इनके दिमाग में गंदगी भरी है, सुप्रीम कोर्ट ने रणवीर इलाहाबादिया को लगाई फटकार
शीर्ष अदालत ने इलाहाबादिया को गिरफ्तारी से राहत दे दी, लेकिन उन्हें जमकर फटकार लगाई। अदालत ने कहा कि आपके कमेंट की भाषा विकृत और दिमाग गंदा है।

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को अश्लील कमेंट मामले में रणवीर इलाहाबादिया की अपील पर सुनवाई की। शीर्ष अदालत ने इलाहाबादिया को गिरफ्तारी से राहत दे दी, लेकिन उन्हें जमकर फटकार लगाई। अदालत ने कहा कि आपके कमेंट की भाषा विकृत और दिमाग गंदा है। इससे अभिभावक ही नहीं, बेटियां और बहनें भी शर्मसार हुईं।
जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एन कोटेश्वर सिंह ने कहा कि इलाहाबादिया के खिलाफ कई FIR दर्ज की गई हैं, लेकिन अब उनके खिलाफ इस मामले में कोई केस दर्ज नहीं किया जाएगा। रणवीर इलाहाबादिया पर आरोप था कि उन्होंने समय रैना के शो इंडियाज गॉट लेटेंट में पेरेंट्स पर अश्लील कमेंट किए थे।
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इसके बाद उनके ऊपर महाराष्ट्र, असम समेत कई जगहों पर FIR दर्ज की गई थी। रणवीर ने सुप्रीम कोर्ट में कई FIR के खिलाफ अपील की थी और गिरफ्तारी से राहत मांगी थी। सुनवाई के दौरान बेंच ने इलाहाबादिया के वकील अभिनव चंद्रचूड़ से पूछा, 'आप किस तरह की भाषा का बचाव कर रहे हैं? ऐसे बयान से मुझे नफरत है। यहां सवाल यह है कि क्या ऐसा कमेंट कोई अपराध है। अगर यह अश्लीलता नहीं है तो फिर अश्लीलता क्या है?'
जस्टिस सूर्यकांत ने कहा, 'उनके दिमाग में कुछ बहुत गंदा है, जो वो प्रोग्राम में उगल रहे हैं, वो अभिभावकों की बेइज्जती कर रहे हैं। अदालत इलाहाबादिया का बचाव क्यों करे?' इलाहाबादिया के वकील चंद्रचूड़ ने कहा कि क्लाइंट को धमकियां दी जा रही हैं। इस दौरान जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि अगर आप ऐसी चीजें करके घटिया पब्लिसिटी पाने की कोशिश कर सकते हैं तो दूसरे भी हैं, जो आपको धमकाकर चीप पब्लिसिटी पाने की कोशिश करेंगे।