निजी स्कूलों के छात्रों को भी मिलेगा महतारी योजना का लाभ, कोरोना से अनाथ हुए बच्चों की फीस भरेगी सरकार, वजीफा भी देगी
छत्तीसगढ़ के सीएम का बड़ा ऐलान, कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के निजी स्कूलों की फीस भरेगी सरकार, महतारी दुलार योजना का मिलेगा लाभ, पहले केवल सरकारी स्कूलों की फीस भरने की हुई थी घोषणा

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के लिए एक बड़ा फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि कोरोना काल में अपने परिजनों को खोने वाले बच्चों की पढ़ाई किसी हाल में नहीं रुकेगी। बच्चों की निजी स्कूलों की फीस भी छत्तीसगढ़ शासन द्वारा वहन की जाएगी। मुख्यमंत्री ने इसकी जानकारी ट्वीट के जरिए देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में चल रही महतारी दुलार योजना तहत अब निजी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों की स्कूल फ़ीस भी राज्य शासन द्वारा भरी जाएगी।
आप सबके साथ साझा करना चाहता हूँ कि राज्य शासन द्वारा संचालित महतारी दुलार योजना के अंतर्गत अब अशासकीय शालाओं में पढ़ रहे बच्चों की स्कूल फ़ीस भी राज्य शासन द्वारा वहन की जाएगी।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) June 14, 2021
हमारे कई बच्चों ने कोरोना काल में अपनों को खो दिया है। हम अपने बच्चों की पढ़ाई नहीं रुकने देंगे।
दरअसल जून के महीने में ही छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना-2021 की शुरुआत की गई है। इस योजना के माध्यम से कोरोना काल में बेसहारा हुए बच्चों को मुफ्त शिक्षा और स्कॉलरशिप मिलेगी। पहले केवल सरकारी स्कूलों की फीस भरने की बात कही गई थी, लेकिन अब कोरोना से अनाथ हुए ऐसे बच्चे जो निजी स्कूलों में पढ़ते हैं, उनकी फीस भी शासन द्वारा भरे जाने का ऐलान किया गया है।
सरकार महामारी की वजह से अपने माता पिता खो चुके बच्चों को 500 से हजार रुपए की स्कॉलरशिप देगी। पहली क्लास से 8वीं तक के बच्चों को 500 रूपए और 9वीं क्लास से 12वीं तक के बच्चों को एक हजार रुपए की स्कॉलरशिप दिया जाएगा। पहले केवल सरकारी स्कूल की फीस देने की घोषणा की गई थी। अब सरकार ने निजी स्कूलों की फीस सरकार द्वारा भरे जाने का फैसला किया है। अब बेसहारा बच्चों की पढ़ाई का सारा खर्चा सरकार द्वारा उठाया जाएगा।
छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना का फायदा प्रदेश के मूल निवासियों को मिलेगा। ऐसे बच्चे जिनके परिवार से कमाने वाले माता या पिता या दोनों कोरोना की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं। बच्चों की फ्री एजुकेशन के साथ-साथ राज्य शासन द्वारा संचालित स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में एडमीशन में प्राथमिकता मिलेगी। साथ ही होनहार छात्रों को प्रोफेशनल कोर्स में एडमीशन के लिए ट्रैनिंग और कोचिंग की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। जिला कलेक्टर अनाथ बच्चों की जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी को उपलब्ध कराएंगे।
वहीं इस योजना के पात्र बच्चे किसी की मदद से स्थानीय जिला शिक्षा अधिकारी के यहां अप्लाय कर सकते हैं। आवदनों का परिक्षण करने के बाद योजना का लाभ मिलेगा। आवेदनों की जांच के लिए समिति का गठन किया गया है। इसकी अध्यता जिला शिक्षा अधिकारी करेंगे, इसमें स्वास्थ्य विभाग और समाज कल्याण विभाग अधिकारी भी शामिल होंगे। समिति सिफारिश पर कलेक्टर इसकी परमीशन देंगे। छत्तीसगढ़ में कोरोना से करीब 13317 लोगों की मौत हो चुकी है।, कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 9,86,963 तक पहुंच गया है।