एक मार्च तक फ्री फास्टैग खरीद सकेंगे वाहन मालिक

फास्टैग अनिवार्य होने के दो दिनों के भीतर 2.5 लाख लोगों ने खरीदा फास्ट टैग, ज़्यादातर लोगों ने नहीं खरीदा है अब तक फास्ट टैग

Updated: Feb 20, 2021, 02:34 PM IST

Photo Courtesy: The News Minute
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नई दिल्ली। टोल प्लाजा पर फास्टैग अनिवार्य किए जाने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने फास्टैग को एक मार्च तक के लिए फ्री कर दिया है। वाहन मालिक अब 1 मार्च तक मुफ्त में फास्टैग खरीद सकेंगे। इससे पहले फास्टैग खरीदने के लिए सौ रुपए देने पड़ रहे थे।

क्यों फ्री किया गया फास्टैग

फास्टैग अनिवार्य किए जाने के दो दिन के भीतर करीबन ढाई लाख वाहन मालिकों ने फास्टैग खरीद लिया। लेकिन ज़्यादातर वाहन मालिकों ने अब तक फास्टैग नहीं खरीदा है। इसलिए फास्टैग को एक मार्च तक के लिए फ्री कर दिया गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण टोल प्लाजा को पूरी तरह से कैशलेस बनाना चाहता है। इसी  लक्ष्य को हासिल करने के लिए देश भर में फास्टैग रिचार्ज करने के लिए कुल 40 हज़ार केंद्र भी बनाए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 17 फरवरी को रिकॉर्ड कैशलेस कलेक्शन यानी ऑनलाइन कलेक्शन किया गया। 17 फरवरी को देश भर के टोल प्लाजा पर 95 करोड़ की ऑनलाइन वसूली की गई।

केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के अनुसार अब दो पहिया वाहनों को छोड़ सभी वाहनों के लिए फास्टैग लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। राष्ट्रीय राजमार्गों पर अब फास्टैग लगाए वाहनों को टोल प्लाजा पर रुकने की ज़रूरत नहीं होगी। जिन वाहनों में फास्टैग नहीं लगा होगा उन्हें डबल भुगतान करना होगा। परिवहन मंत्रालय ने यह आदेश फास्टैग के ज़रिए सौ फीसदी भुगतान होने के इरादे से जारी किए हैं।

क्या होता है फास्टैग

दरअसल फास्टैग एक स्टिकर होता है, जिसे गाड़ियों की विंडस्क्रीन पर चिपकाना होता है। यह फास्टैग यूज़र के बैंक एकाउंट या वॉलेट के जरिए रिचार्ज किए जाते हैं। यानी उनमें निश्चित रकम स्टोर होती है। टोल प्लाज़ा पर लगे स्कैनर से फास्टैग को स्कैन करके ज़रूरी टोल चार्ज काट लिया जाता है। यूज़र को इसे समय-समय पर रिचार्ज करना पड़ता है।