नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद से दिया इस्तीफा, नई सरकार के गठन तक बने रहेंगे कार्यवाहक PM
चुनावी नतीजों के आने के बाद बुधवार को 17वीं लोकसभा की आखिरी बैठक हुई जिसमें इसे भंग करने की मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही पीएम मोदी ने राष्ट्रपति को अपनी इस्तीफा सौंप दिया है।
नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं। इस बार चुनाव में भाजपा को बहुमत नहीं मिली है। बीजेपी को 240 सीटें मिली है, जो बहुमत के आंकड़े से 32 सीट कम है। ऐसे में सरकार बनाने के लिए भाजपा को जेडीयू और टीडीपी का समर्थन चाहिए। हालांकि, नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू का रुख क्या होगा फिलहाल ये कहना जल्दीबाजी होगी। तमाम सियासी उठापटक के बीच नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आधिकारिक एक्स हैंडल से ट्वीट कर कहा गया, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद के साथ अपना इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया और प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रिपरिषद से नई सरकार बनने तक पद पर बने रहने का अनुरोध किया।'
दरअसल, चुनावी नतीजों के आने के बाद बुधवार को 17वीं लोकसभा की आखिरी बैठक हुई जिसमें सरकार को भंग करने की प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही पीएम मोदी राष्ट्रपति आवास पहुंचे और अपने पद से इस्तीफा सौंप दिया। अब 7 जून को NDA के संसदीय दल की बैठक होने वाली इसके बाद आगामी रणनीति पर फैसला लिया जाएगा। यदि NDA संसदीय दल की बैठक में उन्हें नेता चुना जाता है तो वह तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
बता दें कि बीजेपी को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला है। इस वजह से राजनीतिक गलियारों में चर्चा हो रही है कि कहीं एनडीए के सहयोगी दल उसे छोड़कर नहीं चले जाएं। अगर ऐसे हालात बनते हैं तो एनडीए के लिए फिर से सत्ता में आना मुश्किल हो जाएगा।