UPI पेमेंट करने वालों को बड़ा झटका, दो हजार से ज्यादा के पेमेंट पर 1 अप्रैल से देना होगा शुल्क

NPCI ने यूपीआई पेमेंट का इस्तेमाल करने वालों को तगड़ा झटका दिया है। अब दो हजार से अधिक के पेमेंट पर यूजर्स को इंटरचेंज फीस के तौर पर शुल्क देना होगा।

Updated: Mar 29, 2023, 01:26 PM IST

नई दिल्ली। देश में बढ़ती महंगाई के बीच अब डिजिटल पेमेंट करने वाले लोगों को बड़ा झटका लगा है। यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) से पेमेंट करना अब महंगा हो जाएगा। 1 अप्रैल से यूपीआई से पेमेंट करने पर आपको चार्ज देना पद सकता है। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने इस बारे में एक सर्कुल जारी किया है। 

NPCI ने 24 मार्च, 2023 को जारी किए गए सर्कुलर में कहा है कि यूपीआई से मर्चेंट ट्रांजैक्शन पर प्रीपेड पेमेंट इंस्‍ट्रूमेंट (PPI) फीस लागू किया जाएगा। यानी 1 अप्रैल से GPay, phonePe , Paytm ऐप से पेमेंट करेन पर चार्ज पड़ेगा। इसका मतलब ये है कि 1 अप्रैल से मर्चेंट के साथ की जाने वाली लेनदेन पर आपको अतिरिक्त राशि देने होंगे।

इस नोटिफिकेशन के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति प्रीपेड पेमेंट इंस्‍ट्रूमेंट जैसे मोबाइल वॉलेट के जरिए व्यापारियों को 2,000 रुपये से अधिक के पैसों ट्रांसफर करता है तो ऐसी स्थिति में इसे इंटरचेंज फीस देनी होगा। ध्यान देने वाली बात ये है कि PPI के अंतर्गत कार्ड और वॉलेट आता है। यह फीस आमतौर पर 2,000 रुपये से अधिक की राशि का कुल 1.1 फीसदी होगा।

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन (NPCI) के सर्कुलर के मुताबिक बैंक अकाउंट और PPI वॉलेट के बीच पीयर-टू-पीयर और पीयर-टू-पीयर-मर्चेंट में किसी तरह का ट्रांजैक्शन पर कोई शुल्क नहीं देना होगा। इस नए नियम को 1 अप्रैल से लागू करने के बाद NPCI इसका समीक्षा 30 सितंबर, 2023 से पहले करेगा।