नहीं रहे तेलगू और हिंदी सिनेमा के लीजेंड्री डायरेक्टर के. विश्वनाथ, 92 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

तेलगू सिनेमा के लीजेंड्री डायरेक्टर के. विश्वनाथ का 92 साल की उम्र में निधन हो गया। वे काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। के विश्वनाथ ने हिंदी और तेलगू फिल्मों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

Updated: Feb 03, 2023, 08:12 AM IST

हैदराबाद। तेलुगू-हिंदी सिनेमा के लीजेंडरी डायरेक्टर के. विश्वनाथ का निधन हो गया है। वे 92 साल के थे और उनका हैदराबाद के एक अस्पताल में काफी समय से  इलाज चल रहा था। के विश्वनाथ ने पांच बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला था। वे लंबे समय से स्वास्थ्य संबधी समस्याओं से सूझ रहे थे।

निर्देशक के विश्वनाथ की फिल्म को समाज में उत्थान के लिए जाना जाता है। उनकी फिल्में जाति, रंग, विकलांगता, लैंगिक भेदभाव, कुप्रथा, शराब और सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों के मुद्दे को संबोधित करने के लिए जानी जाती हैं। जो 90 के दशक में समाज में एक बीमारी के रूप में पूरे समाज व्याप्त थी।

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के विश्वनाथ ने कई हिंदी फिल्मों का भी निर्देशन किया है। इनमें ईश्वर, संजोग, सुर सरगम, कामचोर, जाग उठा इंसान, संगीत जैसी हिंदी फ़िल्में शामिल थी। उनके द्वारा निर्देशित हिंदी फ़िल्में उन्हीं की तेलुगू फ़िल्मों की रीमेक हुआ करती थीं। उन्होंने तमिल में 'यारादी नी मोहिनी', 'राजापट्टाई', 'लिंगा' और 'उत्तम विलेन' जैसी फिल्मों में रोल भी प्ले किए थे।

उनके निधन से पूरे सिनेमा जगत में शोक का माहौल है। कई हिंदी और तेलगू सिनेमा के कलाकारों ने के. विश्वनाथ के निधन पर दु:ख जताया है। अभिनेता अनिल कपूर ने के विश्वनाथ को याद करते हुए कहा, "के विश्वनाथ जी आप से मैंने बहुत कुछ सीखा है। फिल्म ईश्वर के सेट पर आपके साथ मुझे मंदिर में होने का एहसास देता था... आप मेरे गुरु हैं।"

के. विश्वानाथ को भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान दादा साहेब फाल्के पुरस्कार (2016) से भी सम्मानित किया गया था। साल 1992 में के. विश्वनाथ को पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। अपने छह दशक लम्बे फ़िल्म करियर में उन्हें पांच बार राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजे गये थे।