अमानक बीज बेचने वालों पर कार्रवाई करे सरकार, दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज को लिखा पत्र

दिग्विजय सिंह ने कहा कि किसानों के हालात में सुधार के लिए यह ज़रूरी है कि उन तक गुणवत्ता युक्त बीज पहुँचे, कांग्रेस नेता ने प्रदेश के बीज माफियाओं पर कार्रवाई करने की मांग की है, साथ ही बीज प्रमाणीकरण संस्था को भी सक्रिय करने की मांग की है

Updated: Oct 23, 2021, 09:59 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में अमानक बीजों का खामियाजा झेल रहे किसानों की आवाज़ को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने उठाया है। राज्यसभा सांसद ने इस संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। जिसमें कांग्रेस नेता ने सीएम से प्रदेश के बीज माफियाओं पर कार्रवाई करने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने बीज प्रमाणीकरण संस्था को भी सक्रिय करने की मांग की है। ताकि किसानों को गुणवत्तायुक्त बीज प्राप्त हो सके। 

कांग्रेस नेता ने सीएम को लिखे पत्र में कहा है कि आप खुद को किसान पुत्र बताते हैं। 2005 से ही आप किसानों की आय दोगुनी करने के दावे कर रहे हैं। लेकिन वास्तविकता यही है कि आज प्रदेश का किसान कम आय के बोझ तले दबा जा रहा है। दिग्विजय सिंह ने सीएम को बताया कि किसानों की तरक्की में बाधा के कई कारण हैं। इसमें सबसे बड़ा कारण यही है कि प्रदेश के किसानों को गुणवत्तपुर्ण बीज प्राप्त नहीं हो रहे हैं। जिस वजह से किसानों की फसल बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। 

कांग्रेस नेता ने कहा कि हैरानी भरी बात यह है कि प्रदेश के किसानों गुणवत्तायुक्त बीज मिल भी रहे हैं या नहीं, सरकारी एजेंसियां इसकी जांच तक नहीं कर ही हैं। कांग्रेस नेता ने इस संबंध में कृषि मंत्री कमल पटेल द्वारा विधानसभा के पिछले सत्र में दिए गए जवाब का हवाला दिया जिसमें कमल पटेल ने यह कहा था कि राज्य सरकार टीएल बीजों की मॉनिटरिंग नहीं करती है। दरअसल प्रदेश में कुल बीजों में 70 फीसदी तक टीएल बीज ही किसानों तक पहुँचते हैं। 

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दिग्विजय सिंह ने सीएम से कहा कि उन्हें ये विदित है कि महंगा बीज खरीदने के बाद भी किसान ठगा जाता है और वही बीज बेचने वाली एजेंसियां करोड़ों रुपए का मुनाफा कमा कर किसानों का शोषण कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने मुख्यमंत्री से अपील की कि किसानों को घटिया और गुणवत्ता विहीन बीज देने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करने के नियम बनाए जाएं।किसानों को अच्छा बीज मिले यह सुनिश्चित करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के कार्यकाल के समय ही बीज अधिनियम 1966, बीज नियम 1968, बीज नियंत्रण आदेश 1983 प्रभावशील है। इन नियमों के प्रकाश में किसानों को टी.एल. (Truth Full Labeled Seed) प्रदाय किया जाना चाहिए। 

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बीज माफियाओं को है कमल पटेल का संरक्षण 
कांग्रेस नेता ने सीएम को पत्र लिखने के साथ साथ सीएम के नाम अपना एक वीडियो संदेश भी जारी किया है। बीज माफियाओं पर कार्रवाई की मांग करते हुए उन्होंने सीएम से कहा कि मैं आपसे इसलिए यह मांग कर रहा हूं क्योंकि मुझे आपके मंत्री कमल पटेल पर भरोसा नहीं है। भरोसा तो आप पर भी कम है। लेकिन विशेषकर कृषि मंत्री ने नकली बीज बेचने वाली कंपनियों से हाथ मिला रखा है। राज्यसभा सांसद ने सीएम से यह मांग कि बीज प्रमाणीकरण संस्था को सक्रिय कर यह सुनिश्तिच किया जाना चाहिए कि किसानों तक ब्रिडर और मानक बीज पहुँचे। इसके साथ ही टीएल बीजों का प्रमाणीकरण भी बीज प्रमाणीकरण संस्था के द्वारा किया जाना चाहिए।