Coronavirus Vaccine : वैक्सीन रजिस्टर होने की उल्टी गिनती शुरू

Russian health minister : कोरोना वैक्सीन ने पूरा किया अंतिम चरण का ह्यूमन ट्रायल

Updated: Aug 11, 2020, 08:00 AM IST

प्रतीकात्मक तस्वीर : Jansatta
प्रतीकात्मक तस्वीर : Jansatta

मास्को। कोरोना वायरस वैक्सीन के लिए दुनिया का इंतजार जल्द ही खत्म होने वाला है। 48 घंटे से भी कम समय में रूस इस महामारी का टीका रजिस्टर करवाने जा रहा है। रूस का दावा है कि 12 अगस्त को रूस दुनिया का पहला वैक्सीन पंजीकृत करवाएगा। रूस के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि गामालेया रिसर्च इंस्टीट्यूट और रूसी रक्षा मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की गई इस वैक्सीन ने अंतिम चरण का ह्यूमन ट्रायल पूरा कर लिया जिसमें इस टिके को कोरोना के खिलाफ जंग में कारगर पाया गया है।

रूस के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री म‍िखाइल मुराश्‍को ने कहा है कि रूस की वैक्‍सीन ट्रायल में सफल रही है और अब अक्‍टूबर महीने से देशभर में व्‍यापक पैमाने पर लोगों के टीकाकरण काम शुरू किया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि इस वैक्‍सीन को लगाने में आने वाला पूरा खर्च सरकार वहन करेगी। वहीं उप स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ओलेग ग्रिदनेव ने कहा कि रूस 12 अगस्‍त को दुनिया की पहली कोरोना वायरस वैक्‍सीन को रजिस्‍टर कराएगा। 

हालांकि ग्रिदनेव ने ऊफा शहर में कहा कि, 'इस समय वैक्‍सीन का तीसरा चरण चल रहा है। यह परीक्षण बेहद महत्‍वपूर्ण है।सर्वप्रथम इस वायरस का टीका मेडिकल प्रफेशनल और वर‍िष्‍ठ नागरिकों को लगाया जाएगा। इसकी प्रभावशीलता तब आंकी जाएगी जब देश की जनसंख्‍या के अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाएगी।' इससे पहले रूस ने वैक्सीन को लेकर दावा किया था कि क्लिनिकल ट्रायल के दौरान जिन लोगों को यह वैक्सीन लगाई गई थी, उन सभी में कोरोना वायरस के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता पाई गई है। 

संदेह के घेरे में है यह वैक्सीन

रूस द्वारा निर्मित यह वैक्सीन को लेकर दुनियाभर के कई देश संदेह जता रहे हैं। ब्रिटेन और अमेरिका समेत कई अन्य देशों के विशेषज्ञ इस वैक्सीन की प्रभावशीलता पर सवाल उठा रहे हैं। ब्रिटेन ने इस वैक्सीन का इस्तेमाल करने से इनकार कर दिया है। इसके पीछे की वजह यह है कि रूस ने इस वैक्सीन के परीक्षण से संबंधित कोई भी साइंटिफिक डाटा दुनिया के सामने जारी नहीं किया है।