डायबिटीज वाली महिलाएं हो जाएं सावधान, ये लक्षण दिखते है तो हो सकता है कैंसर, जानें
हाल में हुई एक रिसर्च में इस बात की जानकारी दी गई है। रिसर्च में कहा गया है कि टाइप-2 डायबिटीज मेलिटस (T2DM)एंडोमेट्रियल कैंसर के रिस्क को बढ़ाती है। यह कैंसर महिलाओं में होता है और गर्भाशय में होने वाला एक कैंसर है।
दुनियाभर में डायबिटीज के मामले हर साल बढ़ रहे हैं। इनमें टाइप -2 डायबिटीज के केस ज्यादा आ रहे हैं। दुनिया में करीब 54 करोड़ लोग इसके शिकार हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन का आंकलन है कि साल 2050 तक इस बीमारी के मरीजों का आंकड़ा 130 करोड़ तक पहुंच सकता है। डायबिटीज खुद में एक खतरनाक बीमारी तो है ही, लेकिन यह शरीर में कई दूसरी खतरनाक डिजीज का रिस्क भी काफी बढ़ा देती है। यह कैंसर तक का कारण बन सकती है।
हाल में हुई एक रिसर्च में इस बात की जानकारी दी गई है। रिसर्च में कहा गया है कि टाइप-2 डायबिटीज मेलिटस (T2DM)एंडोमेट्रियल कैंसर के रिस्क को बढ़ाती है। यह कैंसर महिलाओं में होता है और गर्भाशय में होने वाला एक कैंसर है। दुनियाभर में हर साल इस कैंसर के केस बढ़ रहे हैं। रिसर्च में कहा गया है कि टाइप-2 डायबिटीज महिलाओं में एंडोमेट्रियल कैंसर का कारण बन सकती है।
डायबिटीज से क्यों है कैंसर का खतरा
यूके के वैज्ञानिकों ने अपनी रिसर्च में कहा है कि शरीर में बढ़ा हुआ शुगर लेवल एंटोमेट्रियल कैंसर के पनपने का कारण बनता है। ऐसा हाई ग्लूकोज के कारण होता है। इंसुलिन रजिस्टेंस के कारण भी महिलाओं में कैंसर सेल्स तेजी से पनप सकते हैं। जिससे कैंसर होने का रिस्क रहता है. जिन महिलाओं में टाइप-2 डायबिटीज मिली है। उनमें एंडोमेट्रियल कैंसर से मौत का जो जोखिम सामान्य महिलाओं की तुलना में 2 फीसदी अधिक हो सकता है. इस संबंध में आईसीएमआर ने भी कहा है कि टाइप-2 डायबिटीज महिलाओं में इस कैंसर को खतरे को बढ़ा सकती है।
इस रिसर्च में एक हजार महिलाओं को शामिल किया गया था. उनकी औसत आयु 66 थी और वह टाइप-2 डायबिटीज का शिकार थीं। रिसर्च में पता चला है कि टाइप 2 डायबिटीज वाली महिलाओं में एंडोमेट्रियल कैंसर के लक्षण पाए गए थे, जबकि सामान्य महिलाओं में ऐसा नहीं था। ऐसे में डायबिटीज का शिकार महिलाओं को अलर्ट रहने की जरूरत है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
दिल्ली के जीटीबी हॉस्पिटल में गायनेकोलॉजी विभाग की पूर्व डॉ. मंजू कुमार कहती हैं कि हाल के सालों में डायबिटीज मेलिटस के मामले चिंताजनक रूप से बढ़ गए हैं, साथ ही एंडोमेट्रियल और गर्भाशय कैंसर में भी वृद्धि हुई है. टाइप 2 डायबिटीज मेलिटस एक महत्वपूर्ण जोखिम कारक है और यह महिलाओं में एंडोमेट्रियल कैंसर की बढ़ती घटनाओं का एक कारण है। ऐसे में महिलाओं को अपना शुगर लेवल कंट्रोल करने की जरूरत है। अगर ये लक्षण दिख रहे हैं तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज
1. लगातार थकान रहना।
2. ज्यादा प्यास लगना।
3. तेजी से वजन कम होना
4. बार-बार पेशाब आना