बिहार में SIR के बीच डॉग बाबू का निवास प्रमाण पत्र जारी, विपक्ष ने चुनाव आयोग से मांगे जवाब
पटना में एक कुत्ते का आवास प्रमाणपत्र जारी हो गया और यह प्रमाणपत्र सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसके सर्टिफिकेट पर कुत्ते की एक फोटो लगी है।

पटना। बिहार में जारी मतदाता सूची पुनरीक्षण के बीच आवास प्रमाणपत्र बनाने में लापरवाही का एक और मामला सामने आया है। पटना के मसौढ़ी में एक कुत्ते के नाम से आवास प्रमाणपत्र जारी कर दिया गया। इसपर उसका नाम डॉग बाबू और पिता का नाम कुत्ता बाबू अंकित किया गया है। सोशल मीडिया पर भी यह प्रमाणपत्र वायरल है। सीओ ने कहा कि दोषी पर प्राथमिकी दर्ज करायी जाएगी।
मसौढ़ी में अंचल कार्यालय से एक कुत्ते का आवास प्रमाणपत्र जारी हुआ तो सभी दंग रह गए। डॉग बाबू नाम से जारी इस आवास प्रमाण पत्र पर पिता का नाम- कुत्ता बाबू, माता-कुटिया देवी, मोहल्ला- काउलीचक, वार्ड नंबर 15, डाकघर-मसौढ़ी, पिनकोड-804452 जिला पटना और राज्य-बिहार लिखा हुआ है। इस प्रमाणपत्र के दाहिने तरफ एक कुत्ते की तस्वीर भी लगी हुई है।
वायरल हो रहे इस प्रमाणपत्र पर अंचल कार्यालय के राजस्व पदाधिकारी मुरारी चौहान का डिजिटल सिग्नेचर भी है। बताया जाता है कि जब इस सर्टिफिकेट का ऑनलाइन नंबर सर्च किया गया, तो उसमें दिल्ली की किसी महिला का प्रमाणपत्र पाया गया, जिसमें आधार कार्ड और उसके पति के सारे कागजात भी लगाए गए हैं।
आवास प्रमाणपत्र जारी तभी होता है, जब राजस्व अधिकारी और उसके पहले संबंधित क्षेत्र के राजस्व कर्मचारी पहले उस फॉर्म का सत्यापन करते हैं। वहीं, मामला गरमाया तो सीओ प्रभात रंजन ने कहा कि कार्यालय के कर्मियों ने ध्यान नहीं दिया जिसके कारण कुत्ते का आवास प्रमाणपत्र जारी हो गया। सीओ ने कहा कि ऑनलाइन आवेदन करने वाले के आइडी से पता कर लिया जाएगा कि किसने ऐसा भद्दा मजाक किया है। उसके खिलाफ सोमवार को प्राथमिकी दर्ज होगी। सत्यापन करने वाले कर्मी से भी स्पष्टीकरण पूछा जाएगा।
बहरहाल, SIR के बीच विपक्ष ने इसे लेकर अब सवाल उठाए हैं। स्वराज इंडिया के नेता योगेंद्र यादव ने इस सर्टिफिकेट को एक्स पर शेयर कर लिखा है, 'अपनी आंखों से देख लीजिए। बिहार में 24 जुलाई को एक कुत्ते ने आवास प्रमाण-पत्र बनवा लिया। यह वही प्रमाण-पत्र है जिसे बिहार में SIR में मान्य किया जा रहा है, जबकि आधार और राशन कार्ड को फर्जी बताया जा रहा है। आप खुद फोटो और नाम जांच लीजिए। परेशान ना हों: सरकार ने इस मामले में कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है। चुनाव आयोग के जवाब की प्रतीक्षा है।'