बाइडेन ने हटाया ग्रीन कार्ड आवेदकों पर ट्रंप का बैन, भारतीय पेशेवरों के लिए खुशखबरी

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्रंप के फैसले को पलटते हुए ग्रीन कार्ड आवेदकों पर लगे बैन को हटा लिया है, राष्ट्रपति ट्रंप ने पिछले साल इसपर बैन लगाया था

Publish: Feb 25, 2021, 04:56 AM IST

Photo Courtesy: Scotsman
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वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के एक और फैसले को पलट दिया है  बाइडेन ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा वैश्विक महामारी के दौरान ग्रीन कार्ड जारी करने पर लगाई रोक को हटा दिया है। अधिवक्ताओं का कहना था कि यह अमेरिका में वैध आव्रजन को रोक रहा था। भारतीय पेशेवरों के लिए यह एक बड़ी खुशखबरी के तौर पर देखा जा रहा है।

दरअसल, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले साल यह कहते हुए प्रतिबंध जारी किया था कि कोरोना वायरस महामारी के चलते बढ़ती बेरोजगारी के बीच अमेरिकी कर्मचारियों के हितों को बचाना जरूरी है। ट्रंप प्रशासन ने साल 2020 के अंत तक ग्रीन कार्ड जारी करने पर रोक लगा दी थी, जिसे 31 दिसम्बर को उन्होंने मार्च अंत तक के लिए बढ़ा दिया था। 

बाइडेन ने इस फैसले को पलटते हुए कहा है कि यह अमेरिका के हित में नहीं है। बाइडेन ने इस बैन को रद्द करते हुए कहा है कि इससे अमेरिका को नुकसान पहुंचता है। इसने अमेरिका में परिवारों को फिर से मिलने से रोका और अमेरिकी व्यवसायों को नुकसान पहुंचाया। अमेरिका के उद्योगों को भी प्रभावित करता है, जिसका विश्वभर के प्रतिभाशाली लोग हिस्सा हैं।

बता दें कि अप्रैल में ट्रंप ने उन ग्रीन कार्डों पर रोक लगा दी थी जो मुख्य रूप से अमेरिका में पहले से रह रहे लोगों के परिजनों के लिए जारी किए गए थे। ट्रंप ने जून में एच-1बी वीजा, एच-2बी वीजा, जे-1 वीजा और एल-1 वीजा पर भी रोक लगा दी थी और कहा था कि इन कदमों से महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था में अमेरिकी लोगों की नौकरियां बचाई जा सकेंगी। ट्रंप के इस फैसले का बाइडेन प्रशासन द्वारा पलटे जाने का मुख्यत: फायदा भारत जैसे देशों से एच-1 बी वर्क वीजा पर काम कर रहे हाई-टेक पेशेवरों को होगा जो लंबे समय से इसका इंतजार कर रहे थे।

बता दें कि अमेरिका में काम करने लिए H1B वीजा की जरूरत होती है। भारत से बड़ी संख्या में आईटी प्रोफेशनल इसी वीजा के जरिए अमेरिका में जॉब करते हैं। यह वीजा 3 साल के लिए दिया जाता है और इसे अधिकतम 6 वर्ष के लिए बढ़ाया जा सकता है। इस वीजा की अवधि खत्म होने से पहले ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन देना पड़ता है। यदि ग्रीन कार्ड नहीं मिल पाता तो आवेदक को अगले एक साल अमेरिका से बाहर रहना होता है और एक साल बाद फिर से एचवनबी वीजा के लिए आवेदन करना पड़ता है।

यह पहली बार नहीं है जब बाइडेन ने ट्रंप प्रशासन के फैसले को पलटी हो। सत्ता में आने के बाद से ही जो बाइडेन एक्शन मोड़ में हैं और वे एक के बाद एक ट्रंप फैसले को पलट रहे हैं। इसके पहले बाइडेन ने ट्रंप के फैसले को पलटते हुए मुस्लिम देशों पर से बैन को हटा लिया है। साल 2017 में ट्रंप ने सात मुस्लिम बहुल देशों पर यह बैन लगाया था। बाइडेन ने इन देशों के लोगों के लिए वीजा प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया है। साथ ही कहा कि ये प्रयास किए जाएं कि जिन लोगों को इससे नुकसान हुआ है, उनकी भरपाई की जा सके। बाइडेन ने मेक्सिको की सीमा पर बनने वाली दीवार को भी रोकने का आदेश दिया है।