WHO : चीन में ब्यूबानिक प्लेग से कोई गंभीर खतरा नहीं

चीन ने स्थिति को नियंत्रण में किया हुआ

Publish: Jul 08, 2020, 07:55 AM IST

चीन के आंतरिक मंगोलियाई क्षेत्र में ब्यूबानिक प्लेग का एक संदिग्ध मामला सामने आने की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि यह कोई गंभीर खतरा नहीं है और चीन इसका अच्छे से प्रबंधन कर रहा है।

असल में उत्तरी चीन के एक शहर में पांच जुलाई को ब्यूबानिक प्लेग का एक मामला सामने आने के बाद अलर्ट जारी किया गया। इससे पहले नवंबर में चीन में प्लेग के चार मामले सामने आए थे। इनमें से दो मामले निमोनिया वाले प्लेग के मामले थे, जो कहीं अधिक जानलेवा होता है।

विश्व स्वास्थ्य संगठने की प्रवक्ता मार्गारेट हैरिस ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थान अलजजीरा से कहा, “हम चीन में परिस्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं. हम मंगोलिया के प्रशासन का भी साथ ले रहे हैं। चीन ने इस ओर स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में ले रखी है। अभी हम इसे बहुत गंभीर खतरा नहीं मान रहे हैं।”

ब्यूबानिक प्लेग का संदिध मामला बयन्नुर के एक अस्पताल में चार जुलाई को सामने आया। चीन के सरकारी मीडिया संस्थान पीपुल्स डेली ऑनलाइन की खबर के अनुसार, आंतरिक मंगोलियाई स्वायत्त क्षेत्र, बयन्नुर ने प्लेग की रोकथाम और नियंत्रण के लिए तीसरे स्तर की चेतावनी जारी की। अधिकतम चौथे स्तर की चेतावनी वाली व्यवस्था में तीसरे स्तर की चेतावनी के तहत जानवरों का शिकार और उनका सेवन करने से लोगों को मना किया गया है। लोगों से यह भी कहा गया है कि वे ब्यूबानिक प्लेग के संदिग्ध मरीजों के साथ-साथ किसी मरे हुए या बीमार पहाड़ी चूहे के बारे में जानकारी सरकार के साथ साझा करें।  

ब्यूबानिक प्लेग को मध्यकालीन इतिहास में ‘ब्लैक डेथ’ महामारी के नाम से जाना जाता है। यह बहुत तेजी से फैलने वाली और जानलेवा महामारी है। यह चूहों से फैलती है। इसके लक्षणों में बुखार, कंपकंपी और कमजोरी के साथ शरीर में एक से अधिक जगह लासिका ग्रंथियां सूज जाती हैं। आमतौर पर गले, हाथ और गुप्तागों के पास सूजन आ जाती है।

चीन में प्लेग के मामले सामने आते रहे हैं। हालांकि, इनका महामारी में बदल जाना असामान्य है। 2009 से लेकर 2018 तक चीन में प्लेग के 26 मामले सामने आ चुके हैं और 11 लोगों की मौत हो चुकी है।