चीन ने अपने बंदरगाहों पर रोका भारतीय सामान

भारतीय बंदरगाहों पर चीन से आने वाले सामान की जांच के बाद चीन ने उठाया यह कदम

Publish: Jun 27, 2020, 09:32 AM IST

भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच दोनों देशों के व्यापारिक रिश्ते में कड़वाहट के संकेत मिलने लगे हैं। एक तरफ जहां भारत ने अपने बंदरगाहों पर चीन से आए सामानों की जांच बढ़ा दी है, वहीं दूसरी तरफ चीन ने भी हांगकांग के बंदरगाहों पर भारतीय निर्यातकों के उत्पादों को रोक लिया है। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष एसके सर्राफ ने इसे चीन द्वारा बदले की कार्रवाई बताया है। वहीं इस बीच भारत सरकार ने भारतीय कंपनियों से चीन के ऊपर अपनी निर्भरता कम करने की बात कही है। लेकिन ऑटोमोबाइल और फार्मास्यूटिकल क्षेत्रों के प्रतिनिधियों का कहना है कि चीन के ऊपर निर्भरता कम करने की बात करना तो आसान है लेकिन असल में ऐसा करना बेहद मुश्किल है। क्योंकि भारत चीन के ऊपर दवाई से लेकर खिलौन तक हर चीज़ के लिए निर्भर हो चुका है।

 Clickक्‍या PM Modi का चीन जाना भारत विरोधी था

चीन द्वारा भारतीय निर्यातकों के सामान बंदरगाहों पर रोक देने से भारतीय निर्यातकों को मुश्किल का सामना भी करना पड़ रहा है। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन ने इस मुद्दे को वाणिज्य मंत्रालय के समक्ष उठाया है। इससे पहले जब चीन से आए एप्पल के आईफोन को विभिन्न भारतीय बंदरगाहों पर रोका गया था तब यूएस-इंडिया स्ट्रेटिजिक पार्टनरशिप ने भी भारत सरकार को पत्र लिखकर चिंता जताई थी कि इससे विदेशी निवेशकों को गलत संदेश जाएगा।

वहीं दूसरी तरफ ऑटोमोबाइल और फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री के लोगों का कहना है कि भारत चीन के ऊपर कई जरूरी पार्ट्स और दवाइयों के लिए निर्भर करता है क्योंकि भारत उन्हें अपने यहां नहीं बना सकता या फिर किसी दूसरी जगह से सस्ते में प्राप्त नहीं कर सकता।

मारुति सुजुकी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष आरसी भार्गव ने कहा, “हम चीन से इसलिए आयात नहीं करते क्योंकि हमें अच्छा लगता है, इसलिए करते हैं क्योंकि हमारे पास कोई विकल्प नहीं है।”

 लद्दाख की गलवान घाटी में चीन की सक्रियता से भारत में लोग गुस्से में हैं। अनेक संगठन इस गुस्से को समझते हुे चीनी सामानों के बहिष्कार की मांग उठा रहे हैं। लेकिन इस वक्त भारत का चीन से लगभग १४.५ फीसदी का आयात है, जो बंद होगा तो अनेक भारतीय उद्योगों पर ्सर पड़ेगा। इसलिए समाज का जब जब ऐसा दबाव आता है, सरकार दुविधा में होती है, क्योंकि ेक तरह देश की सुरक्षा का मामला है तो दूसरी तरफ समाज की भावनाओं और आर्थिक तंत्र की मजबूती का। बहरहाल इन चिंताओं के बीच चीन ने भारत को आयात होने वाले सामानों को रोक दिया है।