US Elections: डोनाल्ड ट्रंप ने कहा जो बाइडेन के साथ नहीं लेंगे वर्चुअल डिबेट में हिस्सा

कोरोना पर अपने रुख से विवादों में रहने वाले ट्रंप ने इंफेक्शन ठीक हुए बिना ही मास्क उतार दिया था, पहली डिबेट में बाइडेन से पिछड़ गए थे ट्रंप

Updated: Oct 09, 2020, 01:24 PM IST

Photo Courtesy: CFR
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वाशिंगटन। कोरोना महामारी को लेकर गंभीर नहीं रहने के आरोपों में घिरे रहने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर विवादास्पद ऐलान किया है। ट्रंप ने अब कहा है कि वे अपने प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन के साथ अगले सप्ताह होने वाली दूसरी प्रेसिडेंशियल डिबेट में शामिल नहीं होंगे।

ट्रंप का यह बयान तब आया है जब आयोजकों ने उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की वजह से दूसरी डिबेट को वर्चुअल तरीके से डिबेट आयोजित करने की बात कही। आयोजकों ने ऐसा इंतज़ाम करने का प्रस्ताव दिया था, जिसमें अमेरिका के अगले राष्ट्रपति पद के दोनों उम्मीदवार - डोना ट्रंप और जो बाइडेन अलग-अलग जगहों से डिबेट में शामिल होते। लेकिन ट्रंप इसके लिए तैयार नहीं हैं। हालांकि, ट्रंप ने इससे पहले कहा था कि वे दूसरी प्रेसिडेंशियल डिबेट में हिस्सा लेने के लिए तैयार हैं। पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट के बाद आए नतीजों के मुताबिक ट्रंप अपने डेमोक्रेट प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन से काफी पीछे चल रहे हैं।

दूसरी तरफ डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन का कहना है कि उन्हें और ट्रंप को आमने-सामने की  डिबेट तब तक नहीं करनी चाहिए, जब तक ट्रंप का कोरोना संक्रमण पूरी तरह ठीक नहीं हो जाता। उन्होंने कहा कि हमें कोविड 19 से बचाव के दिशानिर्देशों का सही तरीके से पालन करना चाहिए। वैसे, अगर वर्चुअल तरीके से डिबेट होती है, तो ये ऐसा पहला वाकया नहीं होगा, जब दोनों उम्मीदवार एक ही जगह पर मौजूद ना हों। इससे पहले 1960 की राष्ट्रपति डिबेट में भी रिचर्ड निक्सन और जॉन एफ केनेडी ने अलग-अलग जगहों पर रहकर बहस की थी।

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कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए जाने के बाद ट्रंप को मैरीलैंड के एक मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन चार दिन बाद ही उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। ट्रंप का संक्रमण अभी ठीक नहीं हुआ है। लेकिन अपने स्वभाव के अनुरूप वे इसे गंभीरता से नहीं ले रहे। इसका उदाहरण उस वक्त देखने को मिला था, जब उन्होंने अस्पताल से लौटते ही अपना मास्क उतार दिया था और ऐसे बयान दिए, जिसे कोरोना महामारी को गंभीरता से नहीं लेने का संदेश माना जा सकता है।

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अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज का कहना है कि ट्रंप अब भी दूसरे लोगों को संक्रमित कर सकते हैं। उन्हें कम से कम 10 दिन क्वारंटीन में रहना जरूरी है। महामारी को लेकर ट्रंप के इस रवैये की तीखी आलोचना हो रही है, क्योंकि अमेरिका कोरोना प्रभावित देशों की लिस्ट में सबसे ऊपर है।