पाकिस्तान चुनाव में इमरान खान की लहर, PTI समर्थित उम्मीदवारों की शानदार बढ़त, नवाज शरीफ अपनी सीट भी हारे

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक शुरुआती रुझानों में 120 सीटों पर इमरान समर्थक निर्दलीय उम्मीदवार आगे हैं।

Updated: Feb 09, 2024, 10:07 AM IST

इस्लामाबाद। पाकिस्‍तान में आम चुनावों की मतगणना जारी है और इस दौरान चौंकानेवाले नतीजे सामने आ रहे हैं। चुनाव लड़ने से रोक और जेल भेजे जाने के बावजूद पाकिस्तान में इमरान खान की लहर है। इमरान खान की पार्टी PTI समर्थित निर्दलीय प्रत्याशियों ने शानदार बढ़त बनाई है। स्थिति ये है कि पीएम कैंडिडेट नवाज शरीफ अपनी भी सीट नहीं बचा पाए।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, PML-N के नवाज शरीफ मनसेहरा सीट से हार गए हैं। यहां निर्दलीय उम्मीदवार शहजादा गस्तासाप ने जीत हासिल की।शहजादा गस्तासाप को 74,713 वोट मिले जबकि नवाज को 63,054 वोट मिले। नवाज ने मनसेहरा के अलावा लाहौर सीट से भी नामांकन भरा था।

पाकिस्तान में गुरुवार सुबह 8:30 बजे शुरू हुआ और शाम 5:30 बजे तक चला। इसके बाद से मतगणना जारी है। पाकिस्तान में मुख्य रूप से 3 पार्टियों के बीच मुकाबला है। इनमें पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N), पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI), और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) शामिल हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक शुरुआती रुझानों में 120 सीटों पर इमरान समर्थक निर्दलीय उम्मीदवार आगे हैं। चुनाव आयोग ने नतीजे जारी करने में देरी की। वोटिंग के दौरान मुल्क में कई घंटे तक मोबाइल और इंटरनेट सर्विस करीब-करीब बंद रहीं। मतगणना में भी बड़े स्तर पर धांधली की खबर है। इस बीच, देर रात न्यूज चैनलों ने अपनी वेबसाइट्स से इलेक्शन रिजल्ट टैली हटा ली थी। हालांकि, पूरे देश को खबर थी की पीटीआई समर्थित उम्मीदवार काफी आगे हैं।

शुरुआती रुझानों में ही जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से जुड़े निर्दलीय उम्मीदवार एकतरफा बढ़त बनाए हुए हैं। चुनाव से पहले शायद ही किसी ने ऐसी कल्‍पना की होगी। सेना समर्थित नवाज शरीफ की पार्टी को सबसे अधिक सीटें जीतने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पहली बार पाकिस्तान में सेना समर्थित पार्टी हार की ओर बढ़ रही है। जबकि जेल भेजे जाने और चुनाव चिन्ह फ्रिज करने के बावजूद पीटीआई समर्थित उम्मीदवारों ने शानदार प्रदर्शन किया।

मतगणना के बीच इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने प्रतिक्रिया दी है। पीटीआई ने सोशल मीडिया पर लिखा कि फासिस्ट सरकार ने लोगों को मतदान से रोकने के लिए हर हथकंडा अपनाया, इसके बावजूद अवाम ने हौसले और साहस से भारी वोटिंग की। उसने जुल्म करने वाली ताकतों को नकार दिया है। ये इमरान खान, पीटीआई और पाकिस्तान की बड़ी जीत है।