US में नौकरी जाने से नाराज भारतीय युवक ने हैक किया कंपनी का सर्वर, डिलीट किए 1200 माइक्रोसॉफ्ट अकाउंट

अमेरिका के एक जिला कोर्ट ने आरोपी दीपांशु खेर को सुनाई दो साल की सजा, कंपनी की क्षतिपूर्ति के लिए 4 करोड़ का जुर्माना भी, भारत आकर युवक ने हैक किया था सर्वर

Publish: Mar 25, 2021, 04:34 AM IST

Photo Courtesy: Deccan Herald
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कैलिफोर्निया। इंसान के सर पर जब सनक चढ़ जाती है तो वह कुछ भी उटपटांग काम करने को उतारू हो जाता है। ऐसा ही एक मामला अमेरिका से सामने आया है जहां एक भारतीय युवक ने नौकरी से निकाले जाने के बाद अजीबोगरीब कदम उठाया। अमेरिका में कैलिफोर्निया की अदालत ने भारतीय युवक दीपांशु खेर को दो साल कैद और 4 करोड़ रुपए जुर्माना की सजा सुनाई है। दीपांशु पर उस कंपनी के सर्वर को हैक करने का आरोप है जहां से उसे नौकरी से निकाला गया।

जानकारी के मुताबिक दिल्ली में रहने वाले दीपांशु खेर जब भारत से अमेरिका वापस लौटा तो उसे 11 जनवरी, 2021 को गिरफ्तार कर लिया गया। इस दौरान उसे कुछ समझ नहीं आया कि उसे क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है। वह इस बात से अंजान था कि उसके लिए अरेस्ट वारंट निकला हुआ है। दरअसल, दीपांशु मई 2017 से लेकर जनवरी 2018 तक अमेरिका के एक इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी कंसल्टिंग फर्म में नियुक्त था। कंपनी ने दिपांशु के काम से कुछ खास फायदा नहीं होता देख उसे नौकरी से निकाल दिया। इस बात को लेकर दीपांशु का गुस्सा सातवें आसमान पर चला गया और उसने कंपनी से बदला लेने की योजना बनाई।

रिपोर्ट्स के मुताबिक कंसल्टिंग फर्म ने जनवरी 2018 में दिपांशु को कंपनी के हेड ऑफिस से निकाल दिया था। इसके बाद दिपांशु जून 2018 में भारत वापस आ गया। दिपांशु ने भारत आने के बाद अगस्त 2018 में कार्ल्सबैड कंपनी के सर्वर को हैक किया। हैक करने के बाद 1,500 MS O365 यूजर्स अकाउंट में से 1200 से ज्यादा अकाउंट्स को डिलीट किया। दीपांशु के इस कृत्य से कंपनी के बिजनेस पर बहुत बुरा असर हुआ और करीब 2 दिन के लिए कंपनी बिल्कुल बंद हो गई।

मामले पर अमेरिकी कोर्ट ने कहा है कि आरोपी द्वारा उठाया गया इस प्रकार का कदम कंपनी के लिए काफी नुकसान भरा था। US जिला कोर्ट की जज मर्लिन हफ ने कहा कि दीपांशु खेर ने कंपनी पर यह सोच समझकर हमला किया। इस प्रकार का कदम बदले की भावना से उठाया गया था। जज ने खेर को 2 वर्ष की कैद के अलावा 3 वर्ष तक निगरानी में रहने के लिए कहा है और 567,084 यूएस डॉलर यानी कि भारतीय करेंसी के हिसाब से करीबन 4 करोड़ 11 लाख 87 हजार 537 रुपये का फाइन भी लगाया है। इस जुर्माने की रकम से कंपनी के नुकसान की भरपाई की जाएगी।