ईरान के सैन्य अभ्यास से डरा अमेरिका

ईरान ने अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर की डमी पर किया हमला, जहां रुके थे भारत आ रहे राफेल वहाँ गिरीं ईरान की मिसाइलें

Updated: Jul 29, 2020, 11:06 PM IST

नई दिल्ली। अमेरिका से जारी तनाव के बीच ईरान ने हरमुज जलसंधि में सैन्य अभ्यास के दौरान एक अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर की प्रतिकृति पर मिसाइलों से हमला किया। रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हरमुज की संधि में किया गया यह सैन्य अभ्यास इतना शक्तिशाली था कि अमेरिका ने क्षेत्र में अपने दो सैन्य अड्डों के लिए चेतावनी जारी कर दी।

इन दो में से एक सैन्य अड्डे अल दाफरा में फ्रांस से भारत आ रहे राफेल जेट विमानों का पहला बैच रुका हुआ था। यह सैन्य अड्डा संयुक्त अरब अमीरात में स्थित है। दोनों में से किसी भी सैन्य अ़ड्डे को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। ईरान ने इस पूरे अभ्यास का नाम ‘प्रोफेट मोहम्मद 14’ रखा और इसका प्रसारण देश के सरकारी टीवी चैनल पर किया गया। इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिकी नौसेना ने इस ‘लापरवाह और गैर जिम्मेदार’ व्यवहार की निंदा की और इसे डराने का प्रयास बताया।  

इस अभ्यास में अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर की प्रतिकृति अपनी लैंडिंग पट्टी पर एयरक्राफ्ट के साथ दिखाई गई। जिसके ऊपर हेलिकॉप्टरों से ईरानी सैनिक उतरे और फिर अलग-अगल कोण से एयरक्राफ्ट कैरियर पर मिसाइल दागी गईं। इस पूरी प्रकिया के संपन्न होने के बाद ईरान रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के मेजर जनलर होसेन सलामी ने सरकारी टीवी चैनल से कहा, “जो भी आज इस सैन्य अभ्यास में दिखाया गया... चाहे वो एयर अटैक हो या नेवल अटैक, यह सब पूरी तरह से आक्रामक था।”

इस सैन्य अभ्यास के दौरान बैलिस्टिक मिसाइलों को संयुक्त अरब अमीरात और कतर स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डों ने डिटेक्ट किया। संयुक्त अरब अमीरात स्थित सैन्य अड्डा तो अभ्यास के स्थान से कुछ सौ किलोमीटर ही दूर स्थित है। मिसाइलों के डिटेक्ट होते ही सैन्य अड्डों के सैनिकों को बंकरों में चले जाने का आदेश दे दिया गया।

वहीं अल दाफरा सैन्य अड्डे पर राफेल जेट विमानों के होने और इस सैन्य अभ्यास के संबंध में ना तो फ्रांस और ना ही भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से कोई प्रतिक्रिया आई है। पांच राफेल विमानों की पहली खेप फ्रेंच पोर्ट सिटी बॉर्डाक्स से आ रही है। ये पांच राफेल जेट ओवरनाइट हाल्ट एक्सरसाइज के तहत अल दाफरा सैन्य अड्डे पर रुके हुए थे। 

इससे पहले ईरान ने 27 जुलाई को हरमुज जलसंधि में अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर की प्रतिकृति उतारी थी। सैटेलाइट द्वारा जारी तस्वीरों से साफ हो गया था कि ईरान सैन्य अभ्यास करने वाला है।