यूक्रेन के राष्ट्रपति को नोबेल शांति पुरस्कार देने की मांग, यूरोपीय नेताओं ने कमेटी को लिखा पत्र

युद्धग्रस्त यूक्रेन के राष्ट्रपति को मिल सकता है नोबेल शांति पुरस्कार, यूरोपीय नेताओं की मांग के बाद चर्चाएं तेज, नामांकन की तारीख बढ़ाने की हुई मांग

Updated: Mar 19, 2022, 05:01 AM IST

कीव। यूक्रेन पर रूसी हमले को 23 दिन बीत गए हैं। इन 23 दिनों में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कई गुना ताकतवर रूस के हमले के खिलाफ जिस तरह से अपने देशवासियों को हौसला दिया है, इससे पूरी दुनिया में उनकी तारीफें हो रही है। इस युद्ध में जेलेंस्की हीरो की तरह देखे जा रहे हैं। जेलेंस्की शुरुआत से ही युद्ध का विरोध कर रहे हैं नतीजतनह अब उन्हें नोबल शांति पुरस्कार दिए जाने की मांग उठी है। 

यूरोप के कई वर्तमान और पूर्व नेताओं ने नार्वे की नोबेल कमेटी से आग्रह किया है की इस बार जेलेंस्की को नोबेल शांति पुरस्कार दिया जाए। साथ ही नोबेल कमेटी से नामांकन प्रक्रिया को 31 मार्च तक के लिए बढ़ाने की अपील भी की है। 11 मार्च को जारी इन नेताओं के बयान में कहा गया है कि 'हम समिति से विनम्रतापूर्वक आग्रह करते हैं कि राष्ट्रपति जेलेंस्की और यूक्रेन के लोगों को नोबेल शांति पुरस्कार नामांकन की अनुमति देने के लिए 31 मार्च 2022 तक नोबेल शांति पुरस्कार की नामांकन प्रक्रिया को बढ़ाने और इसे फिर से खोलने का आह्वान करते हैं।'

यूरोपीय नेताओं ने कमेटी को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए 2022 नामांकन प्रक्रिया को फिर से ओपन करने और नॉमिनेशन पर फिर से विचार करने के लिए कहा है। इस साल के नोबेल पुरस्कार की घोषणा 3 से 10 अक्टूबर के बीच होगी। 2022 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए 251 व्यक्तियों और 92 संगठनों ने आवेदन किया है।

बता दें की यूक्रेन पर रूस के हमले का शनिवार को 24वां दिन है। रूस की सेना ने यूक्रेन के कई बड़े शहरों पर कब्जा कर लिया है। वहीं सभी बड़े शहर जंग की जद में है। युद्ध में यूक्रेन को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। अब तक कई हजार लोग मारे जा चुके हैं। हालांकि, यूक्रेन अब भी पूरी ताकत से लड़ रहा है और रूसी हमलों का मुंहतोड़ जवाब दे रहा है।