US riots : Donald Trump ने दी सेना उतारने की चेतावनी

अमेरिका में प्रदर्शनकारियों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। आंदोलनकारी जगह जगह पर सरकारी संपत्ति को नष्ट कर रहे हैं

Publish: Jun 02, 2020, 11:17 PM IST

Photo courtesy : twitter
Photo courtesy : twitter

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में हो रहे उग्र विरोध प्रदर्शनों को लेकर बड़ा बयान जारी किया है। ट्रंप ने प्रदर्शनकारियों से जल्द ही हिंसा रोकने के लिए आह्वान किया है। अन्यथा अमेरिकी राष्ट्रपति ने आंदोलन को समाप्त करने के लिए सेना भेजने की चेतावनी दी है। ट्रंप ने ऐसा व्हाइट हाउस के रोज गार्डन से देश को दिए संबोधन में कहा है।

गौरतलब है कि हाल ही में एक अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लोयड नामक व्यक्ति की पुलिस कस्टडी में मौत हो जाने के बाद पूरे अमेरिका में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। जल्द ही आंदोलित आंदोलनकारियों के प्रदर्शन ने पूरे देश में उग्र व हिंसक रूप अख्तियार कर लिया। देश भर में प्रदर्शनकारियों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। आंदोलनकारी जगह जगह पर सरकारी संपत्ति को नष्ट कर रहे हैं व आगजनी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।

 

दरअसल मिंसोटा में 25 मई को जॉर्ज फ्लॉयड नामक अमरीकी नागरिक की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी। उसे बीस डॉलर के जाली नोट को चालने के आरोप में पुलिस ने अपनी हिरासत में लिया था। अमेरिकी पुलिस के एक पुलिसकर्मी ने उसको ज़मीन पर गिरा तब तक अपने पैर से रौंदे रखा जब तक उसने दम नहीं तोड़ दिया। पुलिस की इस बर्बरता और एक अश्वेत नागरिक की नृशंस हत्या किए जाने के खिलाफ पूरे अमेरिका में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। जल्द ही इस आंदोलन ने उग्र रूप धारण कर लिया।

विद्रोह अधिनियम लागू करने से सेना को भेजने का मिल जाएगा आधिकार

अमेरिकी राष्ट्रपति ने रोज गार्डन से दिए अपने संबोधन में उग्र प्रदर्शनकारियों को विरोध अधिनियम लागू करने की चेतावनी दी है। अमेरिका में यह बहुत पुराना कानून है जो सरकार को अमरीका में होने वाले घरेलू हिंसक प्रदर्शन का दमन करने के लिए राष्ट्रपति को सेना भेजने का अधिकार दिया है। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि मैं आपका राष्ट्रपति हूं।और हमेशा ही इस देश का भला ही चाहता हूं। लेकिन अगर यह उग्र और हिसंक आंदोलन खत्म नहीं किया गया तो मुझे मजबूरन इसे नियंत्रित करने के लिए सेना को भेजना पड़ेगा।