जबलपुर मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस के 150 मरीज भर्ती, दवा के लिए मचा हाहाकार

जबलपुर मेडिकल कॉलेज में प्रतिदिन 700 इंजेक्शन की डिमांड बनी हुई है। लेकिन एक दिन में मिले मात्र 210 इंजेक्शन। इंजेक्शन की किल्लत बनी हुई है।

Updated: May 29, 2021, 03:55 PM IST

Photo courtesy: bhaskar
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जबलपुर। कोरोना महामारी के बीच अब ब्लैक फंगस तेजी से बढ़ रहा है। प्रदेश में ब्लैक फंगस के मरीज जैसे-जैसे बढ़ रहे हैं, इनके इलाज में उपयोग आनेवाले इंजेक्शन्स की डिमांड भी बढ़ रही है। जबलपुर में ब्लैक फंगस के 150 मरीज हैं, इनमें 120 मरीज मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं, वहीं अन्य 34 मरीजों का इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा है। लेकिन ब्लैक फंगस मरीजों के लिए जरूरी इंजेक्शन की किल्लत बनी हुई है। मरीज को एक ही दिन में 1 से अधिक इंजेक्शन्स की जरूरत होती है, लेकिन उपलब्धता न होने के कारण बमुश्किल 1 इंजेक्शन प्रतिदिन दिया जा रहा है।

इंजेक्शन के लिए मरीजों के परिजन पर्चा लेकर भटक रहे हैं, लेकिन निराशा ही हाथ लग रही है। जबलपुर शहर में प्रतिदिन 600 से 700 इंजेक्शन्स की डिमांड बनी हुई है, लेकिन बुधवार को मेडिकल को महज 150 व निजी अस्पतालों को 60 इंजेक्शन ही मिले। मेडिकल कॉलेज में प्रशासन द्वारा इंजेक्शन्स उपलब्ध कराए जा रहे हैं, वहीं निजी अस्पतालों में डिस्ट्रीब्यूटर के माध्यम से प्रशासन की निगरानी में इंजेक्शन पहुँचाए जा रहे हैं।  मेडिकल कॉलेज में अब तक ब्लैक फंगस के 45 ऑपरेशन किए जा चुके हैं।

बता दें बुधवार को मेडिकल कॉलेज के लिए 150 इंजेक्शन्स पहुँचे हैं। इन्हें विमान के माध्यम से जबलपुर भेजा गया। मेडिकल कॉलेज में 116 मरीजों का इलाज चल रहा है। वहीं, मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस से 8 मरीजों की मौत हो चुकी है।

प्रशासन की देखरेख में निजी अस्पतालों को 60 इंजेक्शन बुधवार को दिए गए। एसडीएम नम: शिवाय अरजरिया ने बताया कि इंजेक्शन्स की सप्लाई बढ़ाने को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं। डिस्ट्रीब्यूटर के माध्यम से इंजेक्शन्स सप्लाई करने वाली कंपनी से बात हुई है, जिसके बाद सोमवार तक 1000 से 1500 इंजेक्शन्स पहुँचने की उम्मीद है।