मध्यप्रदेश में औसत से 16 फीसदी कम बारिश ने बढ़ाई चिंता, कई जिलों में बारिश नहीं होने से किसान परेशान

ग्वालियर चंबल और मालवा-निमाड़ के कई जिलों में सूखे के आसार, 26 जिलों में औसत से कम बारिश, 5 जिलों में हुई औसत से ज्यादा बारिश, 18 जिलों में औसत वर्षा दर्ज, मुरैना में 66 और पन्ना में 69 फीसदी कम बारिश से बढ़ी चिंता

Updated: Jul 15, 2021, 08:32 AM IST

Photo Courtesy: Aaj tak
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भोपाल। मध्यप्रदेश में इनदिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। आषाढ़ के महीने में भी लोग उमस से बेहाल हैं। जुलाई का आधा महीना बीत जाने के बाद भी अच्छी बारिश नहीं होने से लोगों को गर्मी का कहर झेलना पड़ रहा है। प्रदेश में एक जून से 15 जुलाई के बीच सामान्य से 16 फीसदी कम वर्षा दर्ज की गई है। पन्ना में 69 फीसदी और मुरैना में 66 प्रतिशत कम बारिश होने से किसानों की परेशानियां बढ़ने लगी हैं। ग्वालियर, चंबल और मालवा निमाड के साथ बुंदेलखंड के कुछ जिलों में सामान्य से कम वर्षा होने से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच आई हैं।

मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश के ग्वालियर चंबल इलाकों के हाल बेहाल हैं। यहां के कई शहरों में औसत से कम बारिश हुई है। शिवपुरी में औसत बारिश का आंकड़ा 205.4 मिमी है जबकि 122 मिमी बारिश हुई है जो कि सामान्य से 41% कम है। श्योपुर की औसल बारिश 187.4 मिमी है लेकिन यहां 94 मिमी दर्ज हुई है, याने औसत से 49 % कम। मुरैना में 66 % बारिश दर्ज हुई है, यहां की औसत वर्षा 144 मिमी है जबकि अब तक केवल 49.5 मिमी बारिश हुई है। ग्वालियर में 52 % कम वर्षा हुई है, यहां अब तक केवल 84.4 मिमी वर्षा हुई है। जबकी ग्वालियर में 1 जून से 15 जुलाई के बीच की औसत वर्षा 177 मिमी होनी चाहिए थी। वहीं दतिया में 55 % कम वर्षा हुई है, यहां 182 मिमी की जगह केवल 81.2 मिमी बारिश हुई है।

भिंड में 56 % कम, यहां 71.6 मिमी बारिश हुई है, जबकि औसत आंकड़ा 162 मिमी का है। गुना में 33 % कम वर्षा दर्ज की गई है। यहां सामान्य बारिश 234.4 मिमी है जबकि अब तक 157 मिमी बारिश हुई है। अशोकनगर में 31 % कम बरसात हुई है। यहां औसत बारिश का आंकड़ा 216.5 मिमी है,जबकि अब तक केवल 148.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है। वहीं बुंदेलखंड के छतरपुर जिले में भी 51 % कम वर्षा हुई है, यहां 234.7 मिमी की जगह महज 116.1 मिमी बारिश दर्ज की गई है।

वहीं बारिश के मामले में अच्छा प्रदर्शन करने वाले जिलों में छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, रीवा, सिंगरौली, भोपाल जैसे कई जिले हैं। छिंदवाड़ा में सामान्य से 5 % ज्यादा बारिश हो चुकी है, यहां अब तक 316 मिमी बारिश हुई है। नरसिंहपुर में सामान्य से 21 % ज्यादा बारिश हुई है, यहां 349 मिमी, रीवा में 12% ज्यादा बर्षा दर्ज की गई है, यहां अबतक 288.3 मिमी बरसात हुई है। शहडोल में 12 % ज्यादा वर्षा हुई यहां 306 मिमी, वहीं सीधी 345 मिमी के साथ 22 % ज्यादा वर्षा, सिंगरौली में 376.1 मिमी के साथ 60% ज्यादा बारिश,  भोपाल में 317 मिमी के साथ 20% प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज की है।

मौसम वैज्ञानिक जीडी मिश्रा से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश को अगले 5-6 दिनों तक इसी तरह की गर्मी और उमस सहनी पड़ सकती है। फिलहाल प्रदेश के जिलों में छिटपुट बारिश की ही उम्मीद है। मानसूनी मूसलाधार बारिश के लिए अभी सप्ताह भर का इंतजार करना पड़ सकता है।  

आगामी चौबीस घंटों के लिए मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। जबलपुर, शहडोल, सागर, रीवा, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर-चंबल और होशंगाबाद संभागों के कई जिलों में गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने की चेतावनी के साथ रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं भोपाल, खंडवा, खरगोन, इंदौर, धार, सागर और छतरपुर टीकमगढ़ में कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।