MP में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की दस्तक, रीवा के 11 सूअरों में संक्रमण की पुष्टि

मध्य प्रदेश में पहली बार फैली स्वाइन फ्लू की बीमारी, रीवा में संक्रमित हुए कई सूअर, भोपाल स्थित लैब में जांच के बाद पुष्टि

Updated: Aug 20, 2022, 07:59 AM IST

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भोपाल। लंपी स्किन डिजीज के बाद अब मध्य प्रदेश के जानवरों में फैलने वाली एक और खतरनाक बीमारी सामने आई है। राज्य में पहली बार अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। रीवा के 11 सूअर अफ्रीकन स्वाइन फीवर से पीड़ित हैं।

दरअसल, रीवा शहर के वार्ड 15 में धोबिया टंकी इलाके में कई सूअरों के बीमार होने की जानकारी मिली थी। लक्षणों के आधार पर बीमार सूअरों के सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजे थे। भोपाल स्थित उच्च सुरक्षा पशु अनुसंधान प्रयोगशाला में सुअरों में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू (ASF) की पुष्टि हुई। संस्थान ने जांच रिपोर्ट राज्य शासन को भेज दी है। 

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अफ्रीकन स्वाइन फीवर एक बेहद खतरनाक बीमारी है। इसे कंट्रोल करने की राष्ट्रीय गाइडलाइन के मुताबिक जिस स्थान पर इसका संक्रमण पाया गया है, उसके एक किलोमीटर के दायरे में मौजूद सुअरों की हत्या की जाती है, ताकि दूसरे जानवरों को संक्रमण से बचाया जा सके। इसके अलावा तीन किलोमीटर के दायरों में मौजूद सभी जानवरों की सैंपलिंग कर उनकी निगरानी की जाती है।

पालतू और जंगली सूअरों दोनों ही घातक संक्रामक रोग के शिकार बनते हैं। संक्रमण होने पर सूअरों में तीव्र रक्तस्रावी बुखार आता है। बुखार के साथ एनोरेक्सिया, भूख न लगना, त्वचा में रक्तस्राव, उल्टी और दस्त शामिल होते हैं। इस संक्रमण के चपेट में आने के बाद अधिकांश सूअरों की मृत्यु हो जाती है।