विजयपुर के बाद बुधनी SDM को हटाने की मांग, कांग्रेस बोली- 17 साल से क्षेत्र में पदस्थ, BJP एजेंट की तरह काम कर रहे
कांग्रेस ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री बनने के बाद एसडीएम और रिटर्निंग अधिकारी दिनेश सिंह तोमर 17 सालों तक बुधनी विधानसभा क्षेत्र में ही नायब तहसीलदार, तहसीलदार और एसडीएम के रूप में पदस्थ रहे हैं।
भोपाल। मध्य प्रदेश के विजयपुर और बुधनी में होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हैं। निर्वाचन आयोग ने बीते दिनों कांग्रेस की शिकायत पर विजयपुर एसडीएम को हटा दिया था। अब कांग्रेस ने बुदनी एसडीएम को भी हटाने की मांग की है। कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से शिकायत में कहा है कि वे 17 वर्षों से उसी क्षेत्र में पदस्थ हैं और भाजपा एजेंट की तरह कार्य कर रहे हैं।
राज्य मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुखवीर सिंह से कांग्रेस के चुनाव आयोग कार्य प्रभारी जेपी धनोपिया ने यह शिकायत की है। उन्होंने कहा कि बुधनी विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी दिनेश सिंह तोमर शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री बनने के बाद 17 सालों तक बुधनी विधानसभा क्षेत्र में ही नायब तहसीलदार, तहसीलदार और एसडीएम के रूप में पदस्थ रहे हैं। वे यहां बीजेपी के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं। इसलिए निष्पक्ष मतदान के लिए उन्हें बुधनी से हटाया जाए।
कांग्रेस के अनुसार लंबे समय से एक ही क्षेत्र में पदस्थ रहने के कारण चुनाव प्रभावित होने की आशंका है। इसलिए ऐसे अधिकारी को तत्काल स्थानांतरित किया जाए। ऐसे अफसर की पदस्थापना को कांग्रेस ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए कहा है कि तोमर के बीजेपी नेताओं का संरक्षण प्राप्त है और ऐसे में बुधनी में 13 नवंबर को निष्पक्ष मतदान होने में संदेह है। इसलिए अधिकारी को तुरंत हटाया जाए।
धनोपिया ने कहा कि इस अधिकारी की निष्पक्षता इसलिए भी संदेह के घेरे में है क्योंकि जिस दिन बीजेपी प्रत्याशी रमाकांत भार्गव के नामांकन के दौरान चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित संख्या से अधिक बीजेपी नेता, कार्यकर्ता रिटर्निंग अधिकारी के कक्ष में मौजूद थे। कांग्रेस ने इस पर आपत्ति की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे साफ है कि तोमर बीजेपी के लिए काम कर रहे हैं।
बता दें कि इससे पहले कांग्रेस ने विजयपुर के रिटर्निंग अधिकारी और एसडीएम उदय सिंह सिकरवार के खिलाफ शिकायत की थी। इस पर जिला निर्वाचन अधिकारी की रिपोर्ट के बाद चुनाव आयोग ने सिकरवार को हटाने का निर्देश दिया था। सिकरवार के स्थान पर आयोग ने श्योपुर के एसडीएम मनोज गढ़वाल को विजयपुर का रिटर्निंग अधिकारी बनाने के निर्देश दिए थे। ऐसे में अब देखना होगा कि बुधनी को लेकर निर्वाचन आयोग क्या निर्णय लेता है।