सतना जिला अस्पताल की बड़ी लापरवाही, कचरे के ढ़ेर में जन्मा बच्चा

प्रसूता जब दर्द से कराहती हुई गायनिक वार्ड में भर्ती होने पहुंची तो वहां पदस्थ नर्स रमा मिश्रा ने उसे यूरिन टेस्ट के लिए भेज दिया। इसी बीच यूरिन सैंपल देते समय प्रसूूता ने मैदान में कचरे के ढेर में डिलीवरी हो गई।

Updated: Oct 01, 2023, 07:07 PM IST

सतना। मध्य प्रदेश के सतना में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया। यहां के सरदार बल्लभ भाई पटेल जिला अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही के कारण एक प्रसूता ने शनिवार को एक बच्चे को कचरे के ढेर में जन्म दिया। बताया गया कि प्रसूता जब दर्द से कराहती हुई गायनिक वार्ड में भर्ती होने पहुंची तो वहां पदस्थ नर्स रमा मिश्रा ने उसे यूरिन टेस्ट के लिए उसे भेज दिया। इस उसे व्हील चेयर तक नही दी गई। नतीजतन यूरिन सैंपल देते समय प्रसूूता ने मैदान में कचरे के ढेर में डिलेवरी हो गई। जिसके बाद आनन-फानन में उसे भर्ती किया गया और बच्चे का उपचार भी प्रारंभ किया गया। 

जवाहर नगर निवासी है महिला

मिली जानकारी के अनुसार महिला रोशनी कुशवहा पति नीरज कुशवाहा जवाहर नगर गली। 5 शनिवार की सुबह 10 बजे जिला अस्पताल पहुंची और ओपीडी पर्ची लेकर भर्ती होने के लिए गायनिक वार्ड में गई। लेकिन वहां मौजूद स्टाफ रमा मिश्रा ने महिला को भर्ती न करने की बजाय लापरवाही का परिचय दिया। जिसके चलते महिला की कचरे के ढ़ेर में डिलीवरी हो गई।

मामला जब सीएमएचओ डॉ. एलके तिवारी के पास पहुंचा तो उन्होंने भी इसे घोर लापरवाही को माना है और जांच के आदेश दिए हैं। वहीं सीएमएचओ ने इस मामले की जांच को लेकर डां. सुनील पाण्डेय को आदेश दिए हैं। जिसमें कहा गया है कि घटना की विस्तृत जांच कर प्रतिवेदन अपने स्पष्ट अभिमत व ड्यूटी में उपस्थित समस्त स्टाफ के बयान सहित 2 कार्य दिवसों में सिविल सर्जन द्वारा भेजना सुनिश्चित करे।