बीजेपी ने मेरी छवि खराब करने में हजारों करोड़ रुपए लगा दिए: इंदौर में बोले राहुल गांधी

इंदौर में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने राजस्थान संकट को लेकर कहा कि ये दोनों नेता (गहलोत और पायलट) हमारे एसेट हैं।

Updated: Nov 28, 2022, 10:02 AM IST

इंदौर। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा इन दिनों मध्य प्रदेश में है। राज्य में यात्रा को भरपूर जनसमर्थन प्राप्त हो रहा है। यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने सोमवार को इंदौर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी की प्रॉब्लम है कि उसने हजारों करोड़ मेरी इमेज खराब करने में लगा दिए।

राहुल गांधी ने कहा कि, 'भारत जोड़ो यात्रा मेरी तपस्या है। तपस्या कुछ प्राप्त करने के लिए नहीं की जाती। देश में डर और नफरत का माहौल है। मेरी जिम्मेदारी है कि डर और नफरत के खिलाफ कुछ करूं। बहुत सारे बीजेपी के लोग भी सोचते हैं कि देश में जो हो रहा है वो गलत है। इससे मुझे कुछ न मिले तो भी यह मेरी जिम्मेदारी है और वह इसे करेंगे।'

मध्य प्रदेश में कांग्रेस छोड़कर गए नेताओं के लिए क्या भविष्य में पार्टी के दरवाजे खुले हैं? इस सवाल पर राहुल ने कहा कि इसका जवाब कांग्रेस अध्यक्ष देंगे, लेकिन मेरी राय में जो लोग खरीदे गए उनपर भरोसा नहीं किया जा सकता। राहुल ने कहा कि फिलहाल उनका ध्यान केवल यात्रा को पूरा करने और लोगों को सुनने पर है। चुनाव को लेकर वह अभी कुछ नहीं सोच रहे हैं।

यह भी पढ़ें: MP में दिखा राहुल का अलग अंदाज, इंदौर की सड़कों पर बुलेट चलाते नजर आए, यात्रा में शामिल हुआ जर्मन शेफर्ड मार्वल

राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रहे घमासान पर उन्होंने कहा कि ये दोनों नेता हमारे असेट है। मैं इस बात की गारंटी दे सकता हूं कि राजस्थान में इसका भारत जोड़ो यात्रा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। राहुल गांधी ने खुद पर हो रहे निजी हमलों के सवाल के जवाब में कहा, 'भाजपा की दिक्कत है कि उन्होंने हजारों करोड़ रुपए मेरी इमेज को खराब करने में लगा दिए और मेरी इमेज बना दी, लेकिन ये मेरे लिए फायदेमंद रहा। सच्चाई को छुपाया नहीं जा सकता। अगर आप किसी बड़ी शक्ति से लड़ रहे हो तो निजी हमले होंगे। अगर मुझ पर ये हमले हो रहे हैं तो मुझे लगता है कि मैं सही काम कर रहा हूं।'

बेरोजगारी के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि इसका सबसे बड़ा कारण है, तीन-चार लोगों के हाथ में हिंदुस्तान का पूरा धन दे दिया है। वे हर क्षेत्र में एकाधिकार करते जा रहे हैं। टेलीकॉम, रिटेल, इंफ्रास्ट्रक्चर बाकी सब। इससे स्मॉल स्केल और मीडियम बिजनेस वालों की ग्रोथ रुक गई है। इसलिए जो ग्रोथ पोटेंशियल देते हैं, उस पर ध्यान देना जरूरी है। जो इस देश की नींव है, जो किसान हैं, उन्हें छोड़ दिया है। उनको कोई सहायता नहीं है, उनको बीज, खाद, बीमा कुछ नहीं मिल रहा। आंख मूंदकर निजीकरण हो रहा है। कॉलेज, यूनिवर्सिटी, हॉस्पिटल, सब जगह। हम मानते हैं कि स्कूल और अस्पताल सरकार की जिम्मेदारी है।