जिला पंचायत चुनाव में बीजेपी को 40 सीटें, कांग्रेस ने बताया जोड़तोड़ और ज़बरदस्ती की सरकार

मध्य प्रदेश पंचायत चुनाव के आखिरी चरण में 52 में से 51 जिला पंचायतों में अध्यक्ष के चुनाव हुए। इनमें 40 सीटों पर BJP ने कब्जा जमाया जबकि 10 जिलों में ही कांग्रेस जीती। एक सीट गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के खाते में गई

Updated: Jul 30, 2022, 04:29 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश पंचायत चुनाव के आखिरी चरण में 52 में से 51 जिला पंचायतों में अध्यक्ष के चुनाव हुए। इनमें 40 सीटों पर BJP ने कब्जा जमाया जबकि कांग्रेस सिर्फ 10 जिलों में सरकार बनाने में कामयाब रही। उधर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने भी एक जिला पंचायत पर कब्जा जमाया। चुनाव नतीजे आने के बाद कांग्रेस ने इसे जोड़तोड़ और जबरदस्ती की सरकार करार दिया है।

कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि, 'जितने भी डायरेक्ट चुनाव हुए उसमें कांग्रेस जीती। जितने भी इनडायरेक्ट चुनाव हुए उसमें पैसा प्रशासन व पुलिस के दम पर भाजपा जीती। अधिकांश सरपंच कॉंग्रेस के जीते हैं। अधिकांश ब्लॉक व ज़िला पंचायत सदस्य कॉंग्रेस के जीते हैं।'

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वहीं पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि, 'हमारे जो प्रत्याशी सत्ता के दुरुपयोग और छल से हरा दिए गए, उन्हें भी यह याद रखना चाहिए की जनता ने उन्हें ही चुना था, लेकिन अलोकतांत्रिक तरीके से उन्हे हरा दिया गया। इन चुनाव परिणामों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि मध्य प्रदेश की जनता हर स्तर पर बदलाव के लिए तैयार है। 14 महीने बाद प्रदेश की जनता बड़ा बदलाव करने वाली है। उसके लिए कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता को अभी से कमर कस लेनी चाहिए।'

बता दें कि प्रदेश में 6 जिले ऐसे रहे जहां BJP को सिर्फ 1 वोट से जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी मिली। तीन जिले ऐसे हैं, जहां सिक्का या चिट्‌ठी निकालना पड़ी। ये तीनों BJP के पक्ष में गईं। भोपाल में BJP जोड़तोड़ कर अध्यक्ष बनाने में कामयाब रही। यहां कांग्रेस के सदस्य को BJP ने जिला पंचायत अध्यक्ष उम्मीदवार बना दिया। इस दौरान हाई लेवल पॉलिटिकल ड्रामा देखने को भी मिला जब बीजेपी मंत्री मतदान केंद्र के भीतर घुस गए। कांग्रेस ने इसके खिलाफ निर्वाचन आयोग में शिकायत की है।