जबलपुर सेंट्रल जीएसटी कार्यालय में CBI की दबिश, डिप्टी कमिश्नर समेत चार इंस्पेक्टर घुस लेते गिरफ्तार

पान मसाला कारोबारी से सात लाख रुपये रिश्वत लेते पकड़े गए सेंट्रल जीएसटी के अफसर, डिप्टी सुप्रीटेंट ने पान मसाला कारोबारी त्रिलोक चंद सेन से मांगी थी 1 करोड़ रुपए की रिश्वत।

Updated: Jun 14, 2023, 04:07 PM IST

जबलपुर। जबलपुर सेंट्रल जीएसटी कार्यालय में सीबीआई ने छापेमार कार्रवाई की है। सीबीआई रेड के दौरान चार इंस्पेक्टर और सीजीएसटी के डिप्टी सुप्रीटेंट को रंगे हाथों 7 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि सेंट्रल जीएसटी के अधिकारियों ने पान मसाला कारोबारी से 1 करोड़ रुपए की रिश्वत की मांग की थी।

सीबीआई अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि सेंट्रल जीएसटी के डिप्टी कमिश्नर ने राजस्थान के पान मसाला कारोबारी से छापे की कार्रवाई को दबाने के लिए एक करोड़ रुपए की घूस मांगी थी। व्यापारी 25 लाख रुपए दे चुका था। इसके बाद परेशान किए जाने पर व्यापारी ने सीबीआई से शिकायत की थी। जीएसटी ऑफिस से 21 लाख रुपए कैश भी बरामद हुई है। सीबीआई की टीम की कार्रवाई मंगलवार देर रात से शुरू होकर तड़के तीन बजे तक जारी रही। इसके बाद टीम अधिकारी और तीनों इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर साथ ले गई।

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राजस्थान के दौसा निवासी दौसा के रहने वाले पान मसाला कारोबारी त्रिलाेकचंद सेन ने बताया कि उसने दमोह के नोहटा में दो साल पहले केजीएच पान मसाला फैक्ट्री डाली थी। कारोबार सही नहीं चलने पर फैक्ट्री घाटे में चली गई। 19 मई 2023 को सेंट्रल जीएसटी की टीम ने यहां छापा मारा। उसने 10 लाख रुपए का टैक्स बकाया बताते हुए रिकवरी निकाली।

व्यापारी का दावा है कि उसने पहले ही पूरे टैक्स भर दिए थे। इसके बावजूद रिकवरी निकाली गई। सेंट्रल जीएसटी की टीम ने कार्रवाई के दौरान फैक्ट्री काे सील कर दिया था। साथ ही फैक्ट्री दोबारा खोलने देने की एवज में एक करोड़ रुपए मांग रहे थे। उसने कई बार रुपए देने से इनकार किया। बाद में सौदा 35 लाख रुपए में पक्का हुआ। पूरे पैसे तीन किस्तों में देने की बात तय की गई। त्रिलोकचंद ने पहली किस्त के 25 लाख दे दिए थे। इसके बाद बाकी पैसे देने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था।