समाज को लज्जित कर रही है सांसद प्रज्ञा ठाकुर, BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा को डॉ गोविंद सिंह ने लिखा पत्र

मध्य प्रदेश प्रवास पर आए बीजेपी चीफ जेपी नड्डा को संबोधित पत्र में डॉ गोविंद सिंह ने हालिया घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा है कि सीएम शिवराज को सुशासन का पाठ पढ़ाकर जाएं

Updated: Jun 01, 2022, 09:53 AM IST

भोपाल। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बुधवार से तीन दिवसीय मध्य प्रदेश के दौरे पर हैं। बुधवार को दिनभर वे राजधानी भोपाल में रहेंगे। नड्डा के दौरे को आगामी निकाय चुनावों और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बेहद अहम माना जा रहा है। भोपाल पहुंचे बीजेपी चीफ को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने पत्र लिखकर कहा है सांसद प्रज्ञा ठाकुर समाज को लज्जित कर रही हैं।

नड्डा को संबोधित पत्र में डॉ सिंह ने भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर के उस बयान का उल्लेख किया है जिसमें वह कहती हैं कि "75 साल से क्या थे कमलनाथ पता नहीं था तो मां से पूछ लेते" नेता प्रतिपक्ष ने लिखा है कि भारतीय जनता पार्टी की संस्कृति क्या यह इजाजत देती है कि एक बेटी अपने पिता से पूछे कि आप हिन्दू है या नहीं? इस तरह की बयानबाजी न केवल आपकी पार्टी बल्कि समाज को भी लज्जित कर रही है। 

सिंह ने आगे लिखा है कि, 'सुशासन के नाम पर करोड़ों के विज्ञापन जारी कर मुख्यमंत्री स्वयं को और अपनी सरकार को महिमा मंडित कर सरकारी खजाने को खोखला कर रहे हैं। जिस आयुष्मान योजना को माननीय प्रधानमंत्री जी ने प्रारंभ किया और आपने इसे गरीब वर्ग के लिए मील का पत्थर बताया, उसी योजना में मध्य प्रदेश में लगभग 20 करोड़ रूपए फर्जी बांट दिए गए। जिन बीमार लोगों को उसका लाभ मिलना था वे तो वंचित रह गए।'

नेता प्रतिपक्ष ने आगे लिखा है कि, 'प्रदेश की संस्कारधानी के नाम से विख्यात जबलपुर में आपकी ससुराल है और सौभाग्य से मैं भी उसी जबलपुर में शिक्षा अध्ययन हेतु लम्बे समय तक रहा हूं। इसलिए संस्कारधानी के इतने तो संस्कार हैं ही कि गलत को गलत और सही को सही कह सकें। प्रदेश की बदहाल स्थिति किसी से छिपी नहीं है। कानून-व्यवस्था चौपट बनी हुई है। भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। आदिवासी एवं अनुसूचित जाति वर्ग पर अत्याचार बढ़ रहे हैं। प्रतिदिन 29 बालिकाओं के अपहरण की घटनाएं हो रही है।' 

इसी के साथ डॉ गोविंद सिंह ने प्रदेश में हालिया घटित घटनाओं का उल्लेख किया है और नड्डा से कहा है कि वे प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान को सुशासन की असली परिभाषा का पाठ पढ़ाकर जरूर जाएं।