उमरिया में आदिवासी महिलाओं को महुआ बीनता देख रुके राहुल, ख़ुद भी बीने महुआ

राहुल गांधी शहडोल से लौट रहे थे इसी दौरान उन्हें कुछ महिलाएं महुआ बीनते हुए दिखाई दीं

Updated: Apr 09, 2024, 01:01 PM IST

भोपाल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शहडोल से लौटने के क्रम में महुआ बीनने वाली आदिवासी महिलाओं से मुलाकात की। हालांकि यह राहुल गांधी के तय कार्यक्रम का हिस्सा नहीं था बल्कि आदिवासी महिलाओं को महुआ बीनता देख वे ख़ुद रुक गए और उनसे मिलने पहुंच गए। 

राहुल गांधी शहडोल से लौटते समय जब उमरिया से गुजर रहे थे तब उन्हें कुछ महिलाएं महुआ बीनते हुए दिखाई दीं। महिलाओं को महुआ बीनता देख राहुल गांधी ने अपना काफिला रोक दिया और महिलाओं से चर्चा करने पहुंच गए। इस दौरान कांग्रेस नेता ने ख़ुद महिलाओं के साथ महुआ भी बीना। महिलाओं से चर्चा करने के बाद राहुल गांधी ने महिलाओं के साथ तस्वीर भी खिंचाई और फिर वहां से लौट गए। 

राहुल गांधी सोमवार को मध्य प्रदेश के दौरे पर आए थे। कांग्रेस नेता ने सिवनी और शहडोल में चुनावी सभाओं को संबोधित किया था। इसके बाद पहले से तय कार्यक्रम के तहत उन्हें सोमवार शाम को ही दिल्ली वापस लौटना था लेकिन खराब मौसम के चलते उन्हें शहडोल में ही रात बितानी पड़ी। शहडोल के सूर्या होटल में राहुल गांधी के ठहरने की व्यवस्था की गई थी। इसके बाद राहुल मंगलवार सुबह दिल्ली के लिए रवाना हो गए।

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सोमवार को अपनी चुनावी सभाओं में राहुल गांधी ने आदिवासी वर्ग के लिए कई बड़े और अहम ऐलान किए। राहुल गांधी ने कांग्रेस की सरकार आने पर आदिवासियों के संरक्षण करने का वादा करने के साथ साथ यह भी कहा कि जिस क्षेत्र में आदिवासियों की आबादी 50 फीसदी से अधिक होगी, वहां उनकी सरकार छठी अनुसूची लागू करेगी। उन क्षेत्रों में कलेक्टर नहीं बल्कि एक समिति का शासन होगा और इस समिति में आदिवासियों के अलावा दलित, पिछड़ वर्ग और सामान्य वर्ग के लोग भी शामिल होंगे। 

राहुल गांधी ने बीजेपी पर आदिवासियों को छलने का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी आदिवासियों को जंगल में रहने वाले प्राणियों के तौर पर देखती है और उनकी जमीन को हड़पकर अडानी जैसे बड़े अरबपतियों के हवाले कर देती है। जबकि आदिवासी ही इस देश के पहले मालिक हैं।