आदिवासियों का पैसा पीएम के इवेंट पर खर्च कर रही है शिवराज सरकार, विपक्ष ने जताया विरोध

शिवराज सरकार पीएम मोदी की रैली में आदिवासी उप योजना का पैसा खर्च कर रही है, पीएम की रैली के लिए राज्य सरकार तेरह करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है, इसके जिला स्तर पर राशि निकालने के आदेश जारी किए गए हैं

Updated: Nov 12, 2021, 03:45 AM IST

भोपाल। जनाजतीय दिवस के अवसर पर राजधानी भोपाल में होने वाले प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं। विपक्ष ने आदिवासियों के ऊपर खर्च होने वाली राशि का पैसा पीएम के इवेंट पर खर्च करने की आलोचना की है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि उनकी पार्टी शिवराज सरकार के इस रवैए का विरोध करती है। 

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल पर विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि आदिवासी उप योजना की राशि जो आदिवासियों के हित में खर्च होना चाहिए वह भाजपा की रैली में खर्च हो रही है। क्या यह आदिवासियों के हित में है? क्या यह वैधानिक है? कांग्रेस इसका विरोध करती है। 

दरअसल 15 नवंबर को शिवराज सरकार जनजातीय दिवस के अवसर पर भोपाल में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी कर रही है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस रैली में शिरकत करने आने वाले हैं। इस रैली को सफल बनाने के लिए शिवराज सरकार तेरह करोड़ की राशि खर्च कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह राशि आदिवासी उपयोजना से खर्च की जाने वाली है। राशि आवंटित करने हेतु जिला स्तर पर निकालने के आदेश जारी किए गए हैं। 

आरटीआई कार्यकर्ता आनंद राय और जयस के राष्ट्रीय संरक्षक हीरा अलावा ने सोशल मीडिया पर शिवराज सरकार के इस रवैए का कड़ा विरोध जताया है। उनके मुताबिक यह तरीका कानूनी तौर पर भी सही नहीं है। इस राशि को खर्च करने के लिए आदिवासी मंत्रणा परिषद और राज्यपाल की अनुशंसा जरूरी होती है, लेकिन राज्य सरकार ने इस नियम को भी ताक पर रख दिया।