तिरंगे से ऊपर नहीं है कोई और झंडा, BJP नेताओं के खिलाफ दर्ज हो देशद्रोह का मुकदमा: कांग्रेस

मध्य प्रदेश में बीजेपी कार्यालयों पर दिखा विवादित दृश्य, राष्ट्रध्वज से ऊपर लगा पार्टी का झंडा, कांग्रेस नेताओं में उबाल, बोले- कार्रवाई नहीं हुई तो सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे

Updated: Aug 16, 2021, 11:39 AM IST

भोपाल। स्वतंत्रता दिवस के दिन राष्ट्रध्वज तिरंगे से ऊपर बीजेपी का झंडा लगाए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस ने इन घटनाओं की तीखी आलोचना की है। कांग्रेस ने इसे बर्दाश्त से बाहर करार देते हुए बीजेपी नेताओं के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है।

कांग्रेस नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल इस मामले की शिकायत करने राजधानी भोपाल स्थित हबीबगंज थाने पहुंची। पार्टी प्रवक्ता केके मिश्रा के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेशभर में पांच ऐसी घटनाओं के खिलाफ शिकायत की है। मिश्रा ने कहा है कि यदि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो हम हाईकोर्ट और जरूरत पड़ने पर सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे।

कांग्रेस ने इन मामलों को लेकर कहा है कि यह देशद्रोह की श्रेणी में आता है। केके मिश्रा ने कहा है कि ये घटनाएं त्रुटिवश नहीं हुईं हैं, बल्कि सोची समझी साजिश के तहत देश के झंडे को नीचा दिखाने का कुत्सित प्रयास किया गया। इस विचारधारा के लोगों ने 14 अगस्त की रात्रि 12 बजे भी भगवा ध्वज फहराया था। राष्ट्रीय गौरव अपराध निवारण के तहत ये एक गंभीर अपराध है, जिसे देश कभी माफ नहीं करेगी।

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उधर भोपाल मध्य विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने तिरंगे के अपमान के खिलाफ आज दोपहर डेढ़ बजे मौन धरना दिया। आरिफ मसूद ने पुरानी विधानसभा में गांधी प्रतिमा के बाहर इन घटनाओं के खिलाफ सांकेतिक प्रदर्शन किया और दोषियों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह के आरोप पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। मसूद ने इस दौरान कहा कि सीएम शिवराज और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को इसके लिए देशवासियों से माफी मांगनी चाहिए। 

दरअसल, कल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आगर मालवा में बीजेपी कार्यालय पर तिरंगे को बीजेपी के झंडा से नीचे फहराया गया था। इतना ही नहीं राजधानी भोपाल स्थित बीजेपी मुख्यालय पर यही दृश्य देखने को मिला। यहां भी तिरंगे से ज्यादा महत्व बीजेपी के झंडे को दिया गया। तिरंगे झंडे के इस अपमान को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मच गया था। लोगों का कहना है कि यह दृश्य बीजेपी के फर्जी राष्ट्रवाद की पोल खोलता है, जो खुद को देश से ऊपर समझती है।

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बीजेपी कार्यालय का यह दृश्य न सिर्फ अनैतिक है बल्कि कानून जुर्म भी है। यह पूरा प्रकरण भारतीय ध्वज संहिता (2002) के भी खिलाफ है, जिसके मुताबिक भारतीय झंडे से ऊंचाई या उसके बराबर पर किसी अन्य झंडे को नहीं फहराया जाना चाहिए। इसी तरह का एक दूसरा मामला राजगढ़ में भी देखने को मिला। यहां प्रभारी मंत्री मोहन यादव फूलों से सजी गाड़ी में परेड की सलामी लेने निकले थे। लेकिन हैरानी की बात ये है कि जिस गाड़ी में वे सवार होकर सलामी ले रहे थे, उसपर तिरंगे को उल्टा लटकाया गया था।