भोपाल के बड़े तालाब को प्रदूषित कर रहा क्रूज, जलीय जीवों के लिए बना खतरा

राजधानी भोपाल के बड़े तालाब में क्रूज के कारण न केवल जला प्रदूषित हो रहा है, बल्की क्रूज पर बजने वाले डीजे के कारण ध्वनि प्रदूषण भी हो रहा है।

Updated: Mar 15, 2023, 02:51 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित बड़ा तालाब क्रूज के कारण प्रदूषित हो रहा है। क्रूज के तीन डीजल इंजनों से तालाब में रिस रहे ऑयल और डीजल के कारण जलीय जीवों के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है। वहीं क्रूज पर तेज आवाज में बजने वाले डीजे से वन विहार के वन्य प्राणियों को भी परेशानी हो रही है। यह खुलासा केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल की दो दिवसीय जांच के बाद एनजीटी को सौंपी रिपोर्ट में हुआ है।

दरअसल, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने पिछले माह 7 और 8 फरवरी को क्रूज का बारीकी से निरीक्षण किया था। इस दौरान क्रूज से होने वाले प्रदूषण की विस्तृत समीक्षा की गई थी। करीब एक महीने बाद प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने अपनी रिपोर्ट 10 मार्च को एनजीटी को सौंपते हुए कहा है कि क्रूज के संचालन में पर्यावरण संरक्षण के लिए बनाए कई नियमों को धड़ल्ले से तोड़ा जा रहा है।

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जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में तमाम खामियों को दूर करने और डीजल इंजन की जगह किसी नवीन ऊर्जा का उपयोग बोट के संचालन में करने की सलाह दी है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि क्रूज का वेस्ट वाटर सीधे तालाब में डाला जा रहा है। इंजन का कूलिंग वाटर और वाश बेसिन का पानी सीधे तालाब में मिल रहा है। क्रूज के शौचालय का सीवेज भी सीधे बड़े तालाब में छोड़ा जा रहा है। साथ ही क्रूज पर 450 वॉट के दो साउंड बॉक्स से तेज आवाज में संगीत बजाया जा रहा है।

इसके पहले मध्य प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल (MPPCB) ने अपनी जांच रिपोर्ट एनजीटी में सौंपते हुए कहा था कि क्रूज के संचालन से बड़े तालाब को कोई नुकसान नहीं हो रहा है। अपनी रिपोर्ट में एमपीपीसीबी ने कहा था कि क्रूज के संचालन से किसी तरह का प्रदूषण नहीं हो रहा था। मौके पर हमें किसी भी तरह का प्रदूषण नहीं मिला। इस रिपोर्ट का याचिकाकर्ता और पर्यावरणविद डॉ. सुभाष सी पांडेय ने विरोध करते हुए सीपीसीबी से जांच कराने की मांग की थी।