बोरवेल में गिरे बच्चे की हुई मौत, 24 घंटे के बाद प्रशासन ने निकाला था बाहर

विदिशा के लटेरी तहसील में बोरवेल में गिरा लोकेश ज़िंदगी की जंग हार गया, प्रशासनिक टीम उसे बोरवेल से निकालने के बाद नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गई थी, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया

Updated: Mar 15, 2023, 01:36 PM IST

विदिशा। विदिशा में बोरवेल में गिरे बच्चे की मौत हो गई है। 24 घंटे की मशक्कत के बाद प्रशासनिक अमला आठ वर्षीय बच्चे लोकेश को बाहर निकाल पाने में सफल हो पाया था लेकिन इसके बावजूद लोकेश की जान नहीं बच सकी। 

बुधवार दोपहर को स्थानीय प्रशासन ने करीब 24 घंटे की मशक्कत के बाद बच्चे को बोरवेल से बाहर निकालने में सफलता प्राप्त की थी। बच्चे को बाहर निकालते ही उसे तत्काल नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 

लोकेश मंगलवार को विदिशा के लटेरी तहसील के आनंदपुर गांव के पास एक बोरवेल में गिर गया था। लोकेश अपने माता पिता के साथ खेत पर गया था। लेकिन वहीं पर खेलने के दौरान वह बोरवेल में जा गिरा। लोकेश के बोरवेल में गिरने के तत्काल बाद ही स्थानीय प्रशासन को सूचना दी गई। जिसके बाद प्रशासन ने मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया था। 

मंगलवार दोपहर से ही प्रशासनिक अमला 60 फीट गहरे बोरवेल की खुदाई कर बच्चे को बाहर निकालने में जुटा हुआ था। बुधवार को स्थानीय प्रशासन ने बच्चे को बाहर तो निकाल लिया लेकिन तब तक लोकेश इस दुनिया को छोड़ चुका था।

कांग्रेस नेता व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने मंगलवार को ही इस मामले के सामने आने के बाद राज्य सरकार और प्रशासनिक अमले के उदासीन रवैए की आलोचना की थी। पीसीसी चीफ ने कहा था कि आए दिन प्रदेश में बोरवेल में बच्चों के गिरने की घटनाएं सामने आ रही हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी द्वारा जागरूकता फैलाने और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षित कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। कमल नाथ ने कहा था कि शासन और प्रशासन दोनों ही ऐसी घटनाओं को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।