घर से फरसा लेकर निकले दीपक जोशी, कांग्रेस में शामिल होने से खिसक जाएगी भाजपा की जमीन

थोड़ी ही देर में कांग्रेस ज्वाइन करेंगे दीपक जोशी, तीन बार विधायक रह चुके हैं, शिवराज सिंह चौहान सरकार में मंत्री भी रहे

Updated: May 06, 2023, 01:03 PM IST

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के संस्थापक सदस्य रहे कैलाश जोशी के बेटे और पूर्व मंत्री दीपक जोशी थोड़ी ही देर में कांग्रेस का दामन थामेंगे। वे भोपाल में 74 बंगले स्थित सरकारी आवास बी-30 पर पहुंचे यहां से पिता कैलाश जोशी की तस्वीर साथ लेकर PCC दफ्तर के लिए रवाना हुए। इससे पहले देवास से भोपाल समर्थकों ने उन्हें फरसा देकर रवाना किया। 

देवास में उन्होंने प्रेस से बातचीत के दौरान कहा कि, 'भाजपा में लॉलीपॉप देख-देखकर मेरा शुगर लेवल बढ़ गया है। अब शुगर लेवल घटाने के लिए शिष्टाचार वाली पार्टी में जाना है। शिवराज जी भले छोटा भाई मानते हों मुझे, लेकिन वे मेरे बड़े भाई कभी नहीं हैं। मैं अटल जी को अपना भगवान मानता हूं और मानता रहूंगा। भाजपा में भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा हो गई है। मेरे पास ईमानदारी के सिवा कुछ नहीं है। आज इसे कांग्रेस में लेकर जा रहा हूं। किसी भी तरह का कार्य हो, बिना पैसे लिए और दिए बिना नहीं हो रहा है, ऐसी भाजपा को आज मैं छोड़ रहा हूं।'

कौन हैं दीपक जोशी

माना जा रहा है कि दीपक जोशी के कांग्रेस में शामिल होने से भाजपा की जमीन खिसक जाएगी। दीपक जोशी तीन बार के विधायक रहे हैं। वे शिवराज सिंह चौहान सरकार में मंत्री भी रहे। दीपक जोशी के पिता स्वर्गीय कैलाश जोशी जनता पार्टी की सरकार में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। स्वर्गीय कैलाश जोशी जनसंघ के संस्थापक सदस्य और भाजपा के पित्र पुरुष थे। जनता पार्टी ने कैलाश जोशी का भी अपमान करते हुए उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाकर मंत्री बना दिया था। कैलाश जोशी सात बार विधायक रहे थे। इस तरह से देखा जाए तो जोशी परिवार से पिता और पुत्र 10 बार के विधायक हैं।

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बता दें कि कमलनाथ सरकार में जब दीपक जोशी ने स्वर्गीय कैलाश जोशी का स्मारक बनाने की मांग रखी तो तत्कालीन सीएम कमलनाथ ने 2 घंटे के भीतर उसके लिए सारी मंजूरी दे दी थी। लेकिन शिवराज सिंह चौहान सरकार ने कैलाश जोशी के स्मारक की मंजूरी खत्म कर दी और यह प्रक्रिया रोक दी। इससे दीपक जोशी का अपमान हुआ और उन्होंने जय परशुराम का नारा लगाकर कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने का ऐलान कर दिया।

माना जा रहा है कि दीपक जोशी के कांग्रेस में शामिल होने से मालवा क्षेत्र में भाजपा को बड़ा झटका लगेगा। भाजपा छोड़ने का उनका फैसला मालवा के ब्राह्मण वोटरों में विशेष असर डालेगा। मालवा में बड़ी संख्या में लोग कैलाश जोशी को संत राजनेता के तौर पर पूजते हैं। उनके परिवार के अपमान से पुराने भाजपाई भी आहत हैं। दीपक जोशी के कांग्रेस में आने के निर्णय के साथ ही पूर्व सांसद रघुनंदन शर्मा और पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत भी भाजपा नेतृत्व पर गंभीर सवाल उठा चुके हैं। रघुनंदन शर्मा ने तो भाजपा की हालत पांच पतियों की द्रौपदी जैसी बता दी है।