दिग्विजय सिंह की किसान महापंचायत का आज तीसरा दिन, सीएम के गृह ज़िले सीहोर में किसानों का जमावड़ा

दिग्विजय सिंह पिछले दो दिनों में मध्य प्रदेश के रतलाम, धार, उज्जैन और शाजापुर में कर चुके हैं किसान महापंचायत, आज महाराष्ट्र के किसान नेता संदीप पाटिल भी महापंचायत में शामिल हो रहे हैं

Updated: Mar 06, 2021, 07:32 AM IST

भोपाल। केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की पहल पर हो रही गैर राजनीतिक किसान महापंचायतों का सिलसिला आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह ज़िले सीहोर पहुंचेगा। दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में आज दोपहर 12:30 बजे से सीहोर जिले की श्यामपुर कृषि उपज मंडी में किसान महापंचायत का आयोजन है। शाम को भोपाल जिले के ग्राम शाहपुर, बैरसिया में किसान खाट पंचायत आयोजित होगी। आज के आयोजन में महाराष्ट्र के किसान नेता संदीप पाटिल भी मुख्य वक्ता के तौर पर शामिल हो रहे हैं।

इस दौरान कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह केंद्र सरकार के कृषि कानूनों से किसानों और आम जनता को होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को जागरूक करेंगे। वे सीहोर की कृषि उपज मंडी में खास तौर पर मंडी एक्ट, एमएसपी और कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग जैसे मुद्दों पर किसानों से चर्चा करेंगे। किसानों के साथ पूर्व मुख्यमंत्री की यह चर्चा इसलिए अहम मानी जा रही है क्योंकि किसान आंदोलन के शुरू होने के बाद यह पहली बार होगा जब दिग्विजय सिंह सीएम के गृह ज़िले में कृषि कानूनों पर बात करने जा रहे हैं। 

मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में आयोजित की जा रही  इन किसान महापंचायतों में बड़े किसान नेता भी शामिल हो रहे हैं। दिग्विजय सिंह के अलावा कांग्रेस के अन्य नेताओं के भी इस महापंचायत में शामिल होने की संभावना है। लेकिन आयोजन की शुरुआत से ही यह बात साफ की जा चुकी है कि ये सभी महापंचायतें पूरी तरह से गैर राजनीतिक हैं, जिनमें किसी पार्टी का झंडा नहीं लगाया जा रहा, न ही मंच पर राजनीतिक नेता बैठते हैं। सीहोर के कांग्रेस ज़िला अध्यक्ष बलवीर तोमर ने कहा है कि इस गैर-राजनीतिक कार्यक्रम में सभी किसान नेता आमंत्रित हैं।

दरअसल कृषि कानूनों के खिलाफ दिग्विजय सिंह की पहल पर पूरे मध्य प्रदेश में किसान महापंचायतों का सिलसिला शुरू किया गया है। इस मुहिम के पहले दिन 4 मार्च को रतलाम और धार में किसान महापंचायत हुई थी। दूसरे दिन उज्जैन और शाजापुर में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। आज यह अभियान सीहोर तक पहुंच रहा है।