छोटे दिल के लोग हैं, मेघा परमार को ब्रांड एंबेसडर से हटाए जाने पर दिग्विजय सिंह ने सीएम चौहान को घेरा

सिंगरौली में जो कुछ भी हुआ है वह कांग्रेस ने किया है, माइनिंग इंस्टिट्यूट अर्जुन सिंह जब एचआरडी मिनिस्टर थे तब आया। तब से लेकर आज तक सिंगरौली का देश में नहीं विश्वभर में नाम है: दिग्विजय सिंह

Updated: May 11, 2023, 02:18 PM IST

सिंगरौली। कांग्रेस के दिग्गज नेता व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह गुरुवार को सिंगरौली पहुंचे। सिंगरौली जिले के विंध्यानगर विधानसभा क्षेत्र में उन्होंने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि सीएम शिवराज छोटे दिल के व्यक्ति हैं। पूर्व सीएम ने इस दौरान यह भी कहा कि आज सिंगरौली में जो कुछ भी है वह कांग्रेस की देना है।

दिग्विजय सिंह ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, 'साथियों, सिंगरौली हमारे प्रदेश का ही नहीं बल्कि देश की ऊर्जा की राजधानी है। इतने ज्यादा विद्युत उत्पादन किसी भी प्रान्त में किसी भी कोने में नही हो रहा, जितना सिंगरोली में हो रहा है। और इसकी शुरुआत हुई थी इंदिरा गाँधी द्वारा जब अर्जुन सिंह यहाँ के मुख्य मंत्री थे। तब से लेकर आज तक सिंगरौली का देश में नहीं विश्व में भी नाम है।।Private Investment in power plants, PIT head Coal Based Power Plant  की पॉलिसी मेरे कार्यकाल में आई जिसकी वजह से अनेक प्राइवेट इन्वेस्टर्स यहां पर आए और एनटीपीसी के अलावा भी यहाँ पर पॉवर प्लांट लगे।'

सिंह ने आगे कहा, 'सबसे बड़ी समस्या आज यहाँ पर दो चीजों की है। एक जिन लोगो की जमीने गई हैं उनका पुनर्वास-मुआवजा व पर्यावरण। ये दो प्रमुख बिंदु हैं, जिसे लेकर यहाँ के लोग दुखी हैं। जिनकी जमीने थीं अधिकांश आदिवासी थे और वो आज मजदूरी कर रहे हैं। उनको काम नहीं मिलता, उनको ठेके नहीं मिलते, उनको रोजगार नहीं मिलता। हमने तय किया था कि हमारी कांग्रेस पार्टी की सरकार में सन 1993 से 2003 तक कि अनुसूचित जाती जनजाति के जो पढ़े लिखे लड़के हैं डिप्लोमा होल्डर हैं, इंजीनियर्स हैं, उन्हें ठेकेदारी प्रथा में हम लोग उनको इंसेंटिव देते थे। बिना टेंडर के उनको ठेके देते थे। आज वो नीति समाप्त हो गई।'

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सिंह ने कहा, 'आज हालत यह हैं कि पढ़े लिखे अनुसूचित जाति, जनजाति के बच्चे बेरोजगार हैं। उनकी नियुक्ति नहीं हो रही है। अभी अजाक्स का डेलिगेशन मुझसे मिला था। अनुसूचित जाति, जनजाति कर्मचारी संघ जिसको हमने स्थापित किया था, वे आज दुखी हैं। न बेकलॉग भरा जा रहा है, न उनके प्रमोशन के बारे में ध्यान दिया जा रहा है। पूरे तरीके से दुर्भावना के साथ यह सरकार काम करती है। यहां पर जो कुछ भी हुआ है वह कांग्रेस ने किया है। माइनिंग इंस्टिट्यूट अर्जुन सिंह जब एचआरडी मिनिस्टर थे तब आया।'

सिंह ने आगे कहा, 'सबसे ज्यादा दिक्कत सिंगरौली पहुंचने में है। 2011 से जब हमारी केंद्र में सरकार थी तब से नेशनल हाईवे बन रहा है, और 12 साल में यह पूरा नहीं हो सका है। क्यों नहीं हो रहा है? क्योंकि ठेकेदार जिनको ठेका मिलता है भाजपा सरकार में उनसे एडवांस में कमिशन लिया जाता है। सब ठेकेदार कमीशन के मार खा कर भाग जाते हैं, ये हालात हैं।
हमारे कई मित्र कहते हैं कि तीन तरह की आज भाजपा है एक शिवराज भाजपा, एक महाराज भाजपा, और एक नाराज भाजपा। शिवराज भाजपा दलालों की भाजपा है, ठेकेदारों की भाजपा है। महाराज भाजपा के सिंधिया जी के मंत्री पहले तो भाजपा में ज्वाइन करने का पैसा लिया और अब खुलेआम दलाली कर रहे हैं वसूली कर रहे हैं। और तीसरा वर्ग है नाराज भाजपा वो वर्ग है जिसने जनसंघ को स्थापित किया इस देश में, साइकिल पर चलकर, चने खाकर जनसंघ को जमाया एक अच्छे भारत के निर्माण की कल्पना थी। आज वह सब घर बैठे हुए हैं। उनके बच्चों को नौकरी नहीं मिल रही, उनके बच्चों को ठेका नहीं मिल रहा है।' 

मेघा परमार को ब्रांड एंबेसडर से हटाए जाने पर सिंह ने कहा, 'किस छोटे दिल और दिमाग के लोग हैं यह लोग, शिवराज सिंह चौहान, उसका प्रमाण मैं आपको देता हूं। मेघा परमार जो हमारी इछावर की सीहोर की एक लड़की है, गरीब किसान परिवार में जन्म लिया, माउंट एवरेस्ट पर चढ़ी, ऑपरेशन के बाद 9 महीने रीड की हड्डी में उसको प्रॉब्लम हो गया था, 9 महीने बिस्तर पर रही लेकिन उसकी हिम्मत को हम दाद देते हैं। उसने माउंट एवरेस्ट की चोटी में चढ़कर झंडा गड़ाया और मध्य प्रदेश का नाम बढ़ाया। उसको कमलनाथ ने सहायता दी थी। मध्य प्रदेश का ब्रांड एंबेसडर बनाया था। लेकिन 2 दिन पहले जब मेघा ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली तो उसको ब्रांड एंबेसडर से हटा दिया गया। मैं इसकी घोर निंदा करता हूं जो इनकी दुर्भावना को प्रदर्शित करता है।'