धराली में हर तरफ तबाही का मंजर, सेना का कैंप भी बहा, 10 जवानों समेत 50 से ज्यादा लोग लापता
इस बड़े हादसे की चपेट में भारतीय सेना का कैंप भी आया है। 14 राजपूताना राइफल का ये कैंप हर्षिल इलाके में था, बताया जा रहा है कि 10 जवान लापता हैं।

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित धराली में अचानक बादल फटने से तबाही मच गई। कुछ ही सेकेंड में मलबे का सैलाब कई घरों और होटलों को अपने साथ बहाकर ले गया। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे ताश के पत्तों की तरह पक्के घर जड़ से उखड़ गए। इस हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से ज्यादा लोग लापता हैं। इनमें सेना के 10 जवान भी शामिल हैं।
दरअसल, हादसे की चपेट में भारतीय सेना का कैंप भी आया है। 14 राजपूताना राइफल का ये कैंप हर्षिल इलाके में था। बताया जा रहा है कि 10 जवान लापता हैं। मौके पर SDRF, NDRF, ITBP और आर्मी की टीमें बचाव और रेस्क्यू के काम में जुटी हैं। अब तक 130 से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से एनडीआरएफ की टीमें एयरलिफ्ट कर इस इलाके में पहुंचाई गईं। प्रशासन की तरफ से लोगों से अपील की गई है कि वो जहां हैं वहीं रहें।
हादसे के बाद पूरे इलाके में कई फीट तक मलबा है, जिससे ये साफ है कि रेस्क्यू ऑपरेशन में कुछ दिन और लग सकते हैं। इस हादसे का कारण जरूरत से ज्यादा बारिश को बताया जा रहा है। कई घंटों से ऊपरी इलाकों में भारी बारिश हो रही थी, जिससे बादल फटने की घटना हुई और पानी तेजी से पत्थर और मलबे को साथ लेकर नीचे की तरफ आया।सरकार और प्रशासन की तरफ से हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। इस घटना में जिनके परिजन लापता हुए हैं वो लोग 01374222126, 01374222722 और 9456556431 पर संपर्क कर सकते हैं।
उत्तरकाशी के धराली में खीरगंगा ने जिस तरह की तबाही मंगलवार को मचाई वो इस तरह की कोई पहली घटना नहीं है। जानकार बताते हैं कि वर्ष 1835 में भी खीरगंगा ने इसी तरह से अपना रौद्र रूप दिखाया था। उस साल भी खीरगंगा ने जमकर तबाही मचाई थी। तबाही ऐसी थी की एक झटके में कई गांव और 206 मंदिर तबाह हो गए थे। 190 साल बाद एक बार फिर धराली में खीरगंगा ने अपना विध्वंसक रूप दिखाया है। मंगलवार को महज कुछ सेकेंड्स में ही धराली गांव मलबे की ढेर में तबदील हो गया है। बताया जा रहा है कि जैसे-जैसे रेस्क्यू ऑपरेशन आगे बढ़ेगा वैसे-वैसे इस इस हादसे में मरने वालों की संख्या में इजाफा होगा।