RTO स्कैम मामले में भोपाल-ग्वालियर में ED की रेड, सौरभ शर्मा के करीबियों के ठिकानों पर दबिश

जांच एजेंसी ने यह कार्रवाई पूर्व सीनियर सब रजिस्ट्रार केके अरोरा और भोपाल स्थित नवोदय हॉस्पिटल के संचालक डॉ. श्याम अग्रवाल के ठिकानों पर की है।

Updated: Jan 17, 2025, 03:26 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के बहुचर्चित परिवहन घोटाले से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की अलग-अलग टीमों ने आज सुबह भोपाल और ग्वालियर में 8 जगह छापे मारे हैं। जांच एजेंसी ने यह कार्रवाई पूर्व सीनियर सब रजिस्ट्रार केके अरोरा और भोपाल स्थित नवोदय हॉस्पिटल के संचालक डॉ. श्याम अग्रवाल के ठिकानों पर की है।

बताया जा रहा है कि भोपाल में इंद्रपुरी स्थित नवोदय हॉस्पिटल के संचालक डॉ. श्याम अग्रवाल के ठिकानों समेत 4 जगहों पर ED की टीम छानबीन कर रही है। जबकि ग्वालियर में मुरार स्थित सीपी कॉलोनी समेत सब रजिस्ट्रार केके अरोरा 4 जगहों पर छापे मारे गए हैं। अरोरा आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा से करीबी बताए जा रहे हैं। 

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ED की टीम सुबह करीब 5 बजे अरोरा के सभी ठिकानों पर पहुंची। फिलहाल, अधिकारी दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि अरोरा, विनय हासवानी के बिजनेस पार्टनर हैं। भोपाल के मेंडोरी स्थित विनय हासवानी के फार्म हाउस से ही 54 किलो गोल्ड और 11 करोड़ कैश से लदी कार मिली थी। वह आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के मौसा व पूर्व डीएसपी मुनीश राजोरिया का दामाद है।

भोपाल में डॉ. श्याम अग्रवाल के इंद्रपुरी बी सेक्टर स्थित घर पर ईडी पहुंची है। इंद्रपुरी में ही नवोदय कैंसर हॉस्पिटल और एमपी नगर स्थित उनके दूसरे अस्पताल में टीम जांच कर रही है। ईडी को जांच के दौरान भारी मात्रा में निवेश से जुड़े दस्तावेज और कैश मिलने का अनुमान है। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं की गई है।

पड़ोसियों के मुताबिक, केके अरोरा और उनकी पत्नी 25 दिन पहले ही घर से चले गए थे। वे बेंगलुरू में हैं। उनके घर में दो किरायेदार रहते हैं, जिनसे पूछताछ की जा रही है। ईडी की टीम ने छापेमारी के वक्त किरायेदारों को घर के अंदर लॉक कर दिया था। उनके बच्चों को भी स्कूल नहीं जाने दिया गया।

बता दें कि RTO कॉन्स्टेबल रहे सौरभ शर्मा ने महज कुछ वर्षों की नौकरी में प्रदेशभर में अरबों का अवैध साम्राज्य खड़ा कर लिया। फिलहाल वह परिवार के साथ दुबई में है।  शर्मा के यहां 9 दिन में तीन जांच एजेंसियों- ईडी, लोकायुक्त और आयकर विभाग ने छापे की कार्रवाई की थी। इस दौरान उसके पास 93 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी मिली। इनमें कार में मिला 54 किलो सोना और 11 करोड़ कैश भी शामिल हैं। शर्मा के नाम भाजपा के कई बड़े नेताओं के साथ भी जोड़े जा रहे हैं। विपक्ष का आरोप है कि अरबों के इस घोटाले में सत्ताधारी दल के बड़े नेता शामिल हैं।