छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा शराब घोटाले में गिरफ्तार, भाजपा पर लगाए परेशान करने के आरोप

मेरे पास से एक रुपए नहीं पकड़ा गया, ना ही कोई दस्तावेज मिला है। शाह, मोदी और पूरी बीजेपी सरकार फर्जी मामला बनाकर मुझे परेशान कर रहे। मैं बस्तर की आवाज उठाता रहूंगा: कवासी लखमा

Updated: Jan 15, 2025, 07:01 PM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस में ED ने राज्य के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार की सुबह वे ED दफ्तर पूछताछ के लिए पहुंचे थे। पूछताछ ED कवासी लखमा को लेकर कोर्ट के लिए रवाना हो गयी। कोर्ट ने उन्हें 7 दिन के लिए ED की रिमांड पर भेज दिया है।

कोर्ट ने 21 जनवरी तक ED को कवासी लखमा की रिमांड दे दी है। कोर्ट में पेश होने के दौरान कवासी लखमा ने कहा कि मेरे पास से एक रुपए नहीं पकड़ा गया, ना ही कोई दस्तावेज मिला है। शाह, मोदी और पूरी बीजेपी सरकार फर्जी मामला बनाकर मुझे परेशान कर रहे। मैं बस्तर की आवाज उठाता रहूंगा।

कवासी लखमा से इससे पहले 2 बार ED के अधिकारियों ने पूछताछ की थी। बुधवार को ED ऑफिस जाते समय लखमा ने कहा था कि, आज पूछताछ के बुलाया गया था, इसलिए आया हूं। देश कानून के हिसाब चलता है, अगर कानून के हिसाब से बुलाएंगे, तो मैं 25 बार आऊंगा। ED के अधिकारी जो सवाल करेंगे, उसका जवाब दूंगा और उनका सम्मान करुंगा।

ED के अधिकारियों ने आज कवासी को पूछताछ के लिए CA के साथ बुलाया था। लेकिन वे अकेले ही ED दफ्तर पहुंचे थे। लखमा ने बताया कि, उनके CA बाहर हैं, इस वजह से वह नहीं आए हैं। लखमा अपने बेटे के साथ पहुंचे थे हालांकि उनके बेटे हरीश लखमा को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

इससे पहले 2 बार उनसे और उनके बेटे हरीश लखमा से 8-8 घंटे ED के अधिकारियों ने पूछताछ की थी। छत्तीसगढ़ शराब घोटाले की जांच कर रही ED ने ACB में FIR दर्ज कराई है। दर्ज FIR में दो हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले की बात कही गई है। ED ने अपनी जांच में कहा कि तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल में IAS अफसर अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी AP त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर ने अवैध सिंडिकेट बनाकर घोटाले का अंजाम दिया।