विदिशा में पकड़ाई फर्जी लोकायुक्त की टीम, हाईकोर्ट लिखी कार से बैंक प्रबंधक को ठगने पहुंचे थे आरोपी

विदिशा जिले के गंजबासौदा में 3 लोगों ने मिलकर बैंक मैनेजर से पैसे ऐंठने की कोशिश की। हालांकि, मैनेजर ने सूझबूझ से अपने मित्रों के साथ मिलकर उन्हें पकड़ लिया।

Updated: Feb 11, 2023, 01:23 PM IST

विदिशा। मध्य प्रदेश के विदिशा जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां फिल्मी स्टाइल में तीन आरोपी लोकायुक्त अधिकारी बनकर बैंक मैनेजर को ठगने पहुंचे थे। हालांकि, बैंक मैनेजर की सूझबूझ के कारण वे पुलिस के हत्थे चढ़ गए।

ठगी के प्रयास का यह मामला विदिशा जिले के गंजबासौदा का है। नागरिक बैंक के प्रबंधक हरिओम भावसार ने बताया कि शुक्रवार शाम के समय बैंक बंद कर वे अपने घर पहुंचे ही, तभी एक शख्स उनके पास आया कहने लगा कि साहब कार में बैठे हैं। आपसे चर्चा करना चाहते हैं। वे कार के पास गए जिसमें 2 लोग और बैठे थे। उनमें से एक व्यक्ति ने अपने आप को डीएसपी लोकायुक्त योगेश खुरचानिया बताया। वे उनसे को कहने लगे कि आपके खिलाफ लोकायुक्त में आय से अधिक संपत्ति की शिकायत आई है। 

भावसार ने बताया कि आरोपियों ने उनसे कहा- आय से अधिक संपत्ति के मामले में आपकी गिरफ्तारी हो सकती है। उसी मामले में चर्चा करने आए हैं, कुछ ले-देकर मामला निपटा लो। प्रबंधक भावसार ने उनसे कहा कि उस मामले में जांच हो चुकी है। उसके दस्तावेज मैं बता सकता हूं। यह सुनकर आरोपी इधर-उधर की बातें करने लगे। उनकी बातों से भावसार को उनपर शक हुआ। जैसे ही वहां मैनेजर के कुछ दोस्त आए और उनसे पूछताछ शुरू की तो वे फर्जी अधिकारी भागने लगे। तब उनमें से 2 लोगों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। मैनेजर ने बताया कि एक व्यक्ति मौके से भाग गया है।

जानकारी के मुताबिक हरिओम भावसार पर दो महीने पहले बैंक में राशि के गबन के आरोप लगे थे, जिसमें लगभग 26 लाख रुपए का हेरफेर भावसार ने अपने खाते में किया था। इसके बाद हरिओम भावसार ने सभी दस्तावेज पेश कर दिए और राशि भी लौटा दी थी। वहीं, इस मामले की जानकारी मिलते ही ठगों ने भी उन्हें अपना शिकार बनाने की कोशिश की, लेकिन प्रबंधक की सूझबूझ से पकड़े गए।