पेपर लीक कांड में कुल 5 लोगों की हुई गिरफ्तारी, भोपाल से चार शिक्षक लीक कांड में शामिल

परीक्षा केंद्र के केंद्राध्यक्ष, सहायक केंद्राध्यक्ष और दो पर्यवेक्षक शामिल हैं, यह परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले परीक्षार्थियों को पेपर भेज देते थे

Updated: Mar 19, 2023, 08:15 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश पेपर लीक कांड में चौंकाने वाली बात सामने आया है। इस मामले में शिक्षकों की संलिप्तता पाई गई है। पुलिस के इस मामले में अब तक कुल पांच लोगों की गिरफ्तारी की है, जिनमें चार शिक्षक हैं। यह सभी शिक्षक राजधानी भोपाल में पकड़े गए हैं। 

जिन चार शिक्षकों की गिरफ्तारी हुई है, उसमें एक परीक्षा केंद्र के केंद्राध्यक्ष और सहायक केंद्राध्यक्ष हैं। जबकि दो पर्यवेक्षक पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। वहीं एक बी कॉम में पढ़ने वाला छात्र की गिरफ्तारी पुलिस ने की है। बी कॉम के छात्र पर सोशल मीडिया पर पेपर बेचने का आरोप है। 

शनिवार को छापेमारी में एमपी बोर्ड की बारहवीं की केमिस्ट्री और बिजनेस एनालिसिस पेपर के पेपर लीक मामले में भानपुर क्षेत्र के विद्यासागर स्कूल के कुल चार शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया। इसमें केंद्राध्यक्ष राजकुमार सक्सेना, सहायक केंद्राध्यक्ष रेखा गोयल, पर्यवेक्षक विश्वनाथ सिंह और पवन सिंह शामिल हैं।

दोनों पर्यवेक्षकों ने पुलिस को बताया कि वे दोनों एक निजी कोचिंग संस्थान संचालित करते हैं। कोचिंग में पढ़ने वाले छात्रों को अच्छे अंकों से पास कराने के लिए वह परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले पेपर की फोटो लेकर उन्हें फोन पर भेज दिया करते थे। पुलिस को आरोपियों ने बताया कि वह 3 मार्च से ऐसा कर रहे थे। 

वहीं शनिवार को रायसेन के मंडीदीप से बी कॉम के स्टूडेंट्स को गिरफ्तार किया गया था। आरोपी कौशिक दुबे ने पुलिस को बताया कि वह परीक्षाओं के लीक पेपर टेलग्राम ग्रुप्स पर भेज दिया करता था। उसके टेलीग्राम ग्रुप्स में बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले लगभग 35 हजार स्टूडेंट्स मिले हैं। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने कुल 600 स्टूडेंट्स को पेपर बेचे थे और इससे साढ़े तीन लाख रुपए उसने ऐंठ लिए।