पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने की समीक्षा बैठक, कहा- विचारधारा आधारित कार्यकर्ता तैयार करेगी कांग्रेस
कांग्रेस 50 साल से कम उम्र के 200 कार्यकर्ताओं को चुनेगी और उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्हें कांग्रेस पार्टी का देश के लिए योगदान और स्वतंत्रता संग्राम में बलिदान से अवगत कराया जाएगा: दिग्विजय सिंह
ब्यावरा। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र में समीक्षा बैठक कर रहे हैं। रविवार को सिंह ने ब्यावरा में लोकसभा चुनाव की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी आने वाले समय में हर ब्लॉक में 200 विचारधारा आधारित कार्यकर्ता तैयार करेगी। ये कार्यकर्ता भाजपा के झूठ से मुकाबला करेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह रविवार को ब्यावरा में राजगढ़ लोकसभा के राघौगढ़, चाचौड़ा, नरसिंहगढ़ एवं ब्यावरा विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। वहीं, सारंगपुर, सुसनेर, राजगढ़ एवं खिलचीपुर विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ सोमवार को बैठक करेंगे। बैठक के दौरान सिंह ने कहा कि कांग्रेस 50 साल से कम उम्र के 200 कार्यकर्ताओं को चुनेगी और उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्हें कांग्रेस पार्टी का देश के लिए योगदान और स्वतंत्रता संग्राम में बलिदान से अवगत कराया जाएगा।
सिंह ने अपने लंबे और भावनाओं से परिपूर्ण उद्बोधन में 50 वर्ष की राजनीतिक जीवन का वृतांत पेश किया। पूर्व सीएम ने बताया कि इंदौर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद मास्टर्स डिग्री के लिए वह विदेश जाने वाले थे। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। उनके पिता का असमय निधन हो गया और वह राघौगढ़ वापस लौट आए। यहां आम सहमति से वे नगर पालिका अध्यक्ष चुने गए और इस तरह कम उम्र में उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई।
सिंह ने बताया कि तब राजमाता सिंधिया ने उनके पास कुशा भाऊ ठाकरे को भेजा था ताकि वे जनसंघ में शामिल हो जाएं। लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री गोविंद नारायण सिंह ने उनसे कहा कि विचारधाराओं का अध्ययन करने के बाद ही किसी दल में जाओ। अध्ययन के पश्चात सिंह गांधी, नेहरू और आंबेडकर के विचारों से प्रभावित हुए और कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया।
पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने इस दौरान ईवीएम के प्रति अविश्वास को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा हम कहते हैं कांग्रेस को वोट दो, सॉफ्टवेयर कह रहा है भाजपा को वोट दो। हमें लोकसभा का परिणाम स्वीकार है, लेकिन ईवीएम पर विश्वास नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि मैं जो कहता हूं, उसे मेरी पार्टी और विपक्ष 10 साल बाद सच मानते हैं।