पौधरोपण पर शासन का डबल स्टैंड, इंदौर में अवैध रूप से काटे गए 100 से ज्यादा दशकों पुराने पेड़
इंदौर में 51 लाख पौधे लगाने का दावा है वही दूसरी ओर शहर में 40 से 80 वर्ष तक के सौ से ज्यादा पेड़ काट दिए गए। इसे लेकर रहवासियों ने विरोध प्रदर्शन किया।
इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में सरकार 50 लाख से अधिक पेड़ लगाने का दावा कर रही है। लेकिन पौधरोपण को लेकर शासन का डबल स्टैंड एक बार फिर सामने आ गया है। शहर में 100 से अधिक पेड़ काटे जाने की खबर आई है। इसे लेकर रहवासियों ने विरोध प्रदर्शन भी शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि इन पेड़ों को अवैध रूप से काट दिया गया।
इंदौर के मल्हार आश्रम में 40 से 80 वर्ष तक के सौ से ज्यादा पेड़ काट दिए गए। इसके विरोध में रहवासियों ने रविवार सुबह प्रदर्शन किया। सभी ने कटी लकड़ियों के बीच दुखी मन से ‘जन गण…’ गाकर शासन का ध्यान आकृष्ट किया। रविवार सुबह रहवासियों ने पहले मानव शृंखला बनाकर विरोध प्रदर्शन किया। फिर कटे पेड़ों के बीच तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया और जन गन मण गाकर अपनी पीड़ा जताई।
वन प्रेमी संगठनों से जुड़े लोगों ने कहा कि एक ओर शहर की आबोहवा के लिए 51 लाख पौधे के रोपण की प्रक्रिया शुरू हो रही है वहीं दूसरी ओर पेड़ काट दिए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम राइज, गवर्नमेंट मल्हार आश्रम स्कूल और एक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के निर्माण के लिए 100 से ज़्यादा पेड़ काटे गए हैं।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के 111 वें एपिसोड में देशवासियों से एक पेड़ मां के नाम लगाने का आह्वान किया। इसे लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दावा किया कि हम राज्यभर में पांच करोड़ पेड़ लगाएंगे। लेकिन दूसरी ओर इंदौर में पेड़ कटाई की खबर सामने आने के बाद शासन की नियत पर प्रश्नचिन्ह खड़े हो रहे हैं।