मानहानि केस में पूर्व CM दिग्विजय सिंह दोषमुक्त करार, RSS कार्यकर्ताओं पर लगाया था ISI से पैसे लेने का आरोप

दिग्विजय सिंह ने अगस्त 2019 में कहा था कि भाजपा, आरएसएस और बजरंग दल के कार्यकर्ता पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से पैसे लेकर देश की जासूसी करते हैं।

Updated: Mar 12, 2024, 06:57 PM IST

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले से बड़ी खबर सामने आई है। मानहानि के पांच साल पुराने मामले में दिग्विजय सिंह दोषमुक्त करार दिए गए हैं। एमपी-एमएलए कोर्ट ने सिंह को बाईज्जत बरी किया है। कोर्ट के इस फैसले पर पूर्व सीएम ने सत्यमेव जयते का उद्घोष करते हुए कहा कि मैं अपने बयान पर अब भी कायम हूं।

दरअसल, 31 अगस्त 2019 को भिंड प्रवास के दौरान दिग्विजय सिंह ने मीडिया से संवाद करते हुए बजरंग दल, आरएसएस और भाजपा के कार्यकर्ताओं पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से पैसे लेकर जासूसी करने का आरोप लगाया था। उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा था कि पाकिस्तान के आईएसआई के लिए मुसलमान कम, गैर मुसलमान ज्यादा जासूसी कर रहे हैं।

इसी बयान को लेकर भाजपा से जुड़े एडवोकेट अवधेश सिंह भदौरिया ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के खिलाफ मानहानि केस किया था। मंगलवार को मामले की सुनवाई के बाद एमपी-एमएलए कोर्ट के जज महेंद्र सैनी ने माना कि यह केस चलाने योग्य नहीं है। कोर्ट ने सेक्शन 499 के अपवाद 9 के तहत दिग्विजय सिंह को दोषमुक्त किया है। अपवाद 9 के तहत माना जाता है कि अपने या दूसरे के हितों की रक्षा के लिए किसी व्यक्ति द्वारा सद्भावपूर्वक लगाया गया आरोप। दूसरे के चरित्र पर आरोप लगाना मानहानि नहीं है, बशर्ते कि लांछन अच्छे विश्वास में उसके हितों की सुरक्षा के लिए लगाया जाए।

कोर्ट से दोषमुक्त होने के बाद दिग्विजय सिंह ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, 'सत्यमेव जयते, सत्य की विजय होती है। मैंने जो बयान दिया था वह प्रमाणित है। मैं अपने बयान पर आज भी कायम हूं, क्योंकि ध्रुव सक्सेना आईटी सेल का अध्यक्ष और 14 बजरंग दल के लोग पाकिस्तान की आईएसआई से पैसा लेकर जासूसी करते हुए पकड़े गए थे। मेरा यह आरोप है कि उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा क्यों नहीं चलाया गया, उनकी जमानत हो गई। उसके लिए अपील क्यों नहीं की गई?'

सिंह ने कहा कि मेरे ऊपर मानहानि के पांच और मुकदमे चल हैं। आरएसएस ने मानहानि का केस किया, दो ओवैसी की पार्टी ने किए हैं और एक बाबा रामदेव ने भी किया है। ये जितने भी केस हैं वो इसलिए हैं कि मेरा कहा सच उन्हें चुभता है। मैंने बाबा रामदेव को 2011 में ठग कहा था। अब तो सुप्रीम कोर्ट ने भी उन्हें ठग कह दिया है। बार-बार टारगेट किये जाने के सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं अच्छा टारगेट हूँ इसलिए मुझे बार-बार टारगेट करते हैं।