चमत्कारी शक्तियां हैं तो प्रमाणित करें धीरेंद्र शास्त्री, हम सनातन धर्म में विश्वास रखते हैं पाखंड में नहीं: नेता प्रतिपक्ष

नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री को दी चुनौती, चमत्कारी शक्तियां हैं तो प्रमाणित करें, बचाव में उतरे बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय

Updated: Jan 21, 2023, 12:34 PM IST

भोपाल। सनातन धर्म में ऋषि-मुनियों और सिद्ध पुरुषों की कमी नहीं रही है, लेकिन धर्म की आड़ में ढोंग और पाखंड करने वालों की फेहरिस्त भी लंबी है। इसी कड़ी में अब देशभर में बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री को लेकर भी बहस छिड़ गई है। मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने धीरेंद्र शास्त्री को चुनौती देते हुए कहा है कि यदि उनके पास कोई चमत्कारी शक्ति हैं तो उसे प्रमाणित करें। वहीं बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय धीरेंद्र शास्त्री के बचाव में उतर आए हैं।

नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने धीरेंद्र शास्त्री पर निशाना साधते हुए कहा, 'जब नागपुर की अंधविश्वास उन्मूलन समिति ने शक्तियां प्रमाणित करने की चुनौती दी तो वे वहां से भाग क्यों खड़े हुए। यदि वे सच्चे हैं तो जवाब दें और सभी जवाब प्रामाणिकता के आधार पर दें। उनके पास चमत्कारी शक्तियां हैं तो प्रमाणित करें। हम सनातन धर्म में विश्वास करते हैं। पाखंड और ढोंग में भरोसा नहीं करते।' 

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वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर द्वारा अंधविश्वास फैलाने के आरोपों को खारिज करते हुए उनके पक्ष में उतर आए हैं। भाजपा नेता ने कहा है कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश के बारे में मुझे जानकारी है। मैंने पंडित धीरेंद्र शास्त्री का इंटरव्यू देखा है। उन पर अंधविश्वास फैलाने के आरोप लगाना गलत है।सनातन धर्म में उनके जैसे बहुत सारे लोग हैं।'

दरअसल, बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री नागपुर में प्रवचन के लिए गए थे। वहां पर उन्होंने अपना दरबार भी लगाया था। इसके बाद नागपुर की एक अंधविश्वास उन्मूलन समिति ने उनकी शक्तियों को प्रमाणित करने की चुनौती थी। हालांकि, वे समिति के सवालों का जवाब दिए बिना ही वापस आ गए थे। मीडिया के माध्यम से यह बात सामने आने के बाद उन्होंने कहा कि जिसे प्रमाण चाहिए वह रायपुर आ जाएं।

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रायपुर के दरबार में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने मीडियाकर्मियों को भी आमंत्रित किया था। इस दौरान उन्होंने एक राष्ट्रीय मीडिया हाउस के रिपोर्टर को उनके चाचा, चचेरे भाई और भतीजी का नाम बताया। साथ ही कहा कि अब इसके बाद कोई प्रमाण नहीं दूंगा। दक्षिणपंथी विचारधारा के समर्थक न्यूज चैनलों द्वारा इसे चमत्कार बताया जा रहा है। वहीं कुछ लोग कह रहे हैं कि सोशल मीडिया के जमाने में ये तो कोई भी बता सकता है। बहरहाल, इस मामले में अब राजनीति भी शुरू हो चुकी है।