दिल्ली में नवनिर्मित एमपी भवन निर्माण में अनिमितता, जांच रिपोर्ट ट्वीट कर कांग्रेस ने शिवराज सरकार को घेरा
दिल्ली में पदस्थ मध्य प्रदेश के आवासीय आयुक्त पंकज राग ने प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग को पत्र लिखकर एमपी भवन निर्माण कार्यों की जांच करने की मांग की है।

भोपाल। विधानसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी हुई है। कांग्रेस के बाद अब स्वयं भाजपा नेता भी ये कहने लगे हैं कि शिवराज सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है। कोलारस से भाजपा के विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने विकास कार्यों में व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया। ठेकदार 50% कमीशनखोरी के आरोप लगा रहे हैं। इसी बीच अब दिल्ली स्थित मध्य प्रदेश भवन निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार का मामला प्रकाश में आया है।
दरअसल, दिल्ली में पदस्थ मध्य प्रदेश के आवासीय आयुक्त पंकज राग ने प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग को पत्र लिखकर जांच करने की मांग की है। राग ने नवनिर्मित भवन की गुणवत्ता और उसमें उपयोग किए गए मटेरियल और पूरे काम की मॉनीटरिंग करने वाली एजेंसी एनबीसीसी के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। इसमें एनबीसीसी ने सुपरविजन और पीएमसी संबंधी सेवाओं के लिए सात प्रतिशत सर्विस चार्ज लिया। इस पर सरकार ने जांच के लिए चार सदस्यीय दल गठित किया है। समिति जांच कर शासन को रिपोर्ट पेश करेगी।
राग ने बताया कि एनबीसीसी के द्वारा सभी कार्यों का सुपरविजन करने के बाद सभी निर्माण कार्य निर्धारित स्पेशिफिकेशन के अनुसार पाए जाने तथा सभी फिटिंग एवं उपकरण ब्रांड और गुणवत्ता के अनुसार होने का सत्यापन किया गया। जबकि मध्य प्रदेश भवन के अधिकारियों ने निरीक्षण में अधिकाशं कमरों में निर्धारित स्पेशिफिकेशन के अनुसार कार्य नहीं होना पाया गया। उपकरण भी ब्रांड एवं गुणवत्ता के अनुसार नहीं होने, लूज इलेक्ट्रिक वायरिंग, बिना इंस्टॉलेशन के एसी डक्ट, बिना इंस्टॉलेशन के गर्म पानी की पाइप, बेसमेंट में बाथरूम के पानी से सीपेज पाया गया। यहीं नहीं लोहे की पाइप के बीच में पीवीसी और प्लास्टिक पाइप जोड़ा जाना पाया गया।
शिवराज सिंह जी के जहाँ जहाँ पैर पढ़ेंगे वहाँ भ्रष्टाचार की गंगा बहेगी, पहले तो कमीशनखोरी का खेल सिर्फ मप्र तक ही सीमित था, मगर अब तो उन्होंने जनप्रतिनिधियों के लिए बनाए नवनिर्मित मप्र भवन नई दिल्ली में भ्रष्टाचार की गंगा बहा दी है । pic.twitter.com/0J3LUgNA47
— Arun Subhash Yadav (@MPArunYadav) August 31, 2023
राग ने भवन के कार्यों के गुणवत्ता में कमी के साथ ही एनबीसीसी के अधिकारियों पर जानबूझकर कमियों को छुपाने का आरोप लगाया है। निरीक्षण रिपोर्ट सामने आने के बाद कांग्रेस शिवराज सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस नेता अरुण यादव ने कहा, 'शिवराज सिंह जी के जहाँ-जहाँ पैर पड़ेंगे वहाँ भ्रष्टाचार की गंगा बहेगी, पहले तो कमीशनखोरी का खेल सिर्फ मप्र तक ही सीमित था, मगर अब तो उन्होंने जनप्रतिनिधियों के लिए बनाए नवनिर्मित मप्र भवन नई दिल्ली में भ्रष्टाचार की गंगा बहा दी है।'
बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फरवरी 2023 में 108 कमरों के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया गथा। दिल्ली में स्थित यह एमपी भवन करीब 150 करोड़ रुपए में बनकर तैयार हुआ है। लोकार्पण के वक्त राज्य सरकार ने निर्माण कार्य को लेकर बड़े-बड़े दावे किए थे। हालांकि, अब इसमें कई तरह की खामियां उजागर हुई है। अब इसको निर्माण करने वाली एजेंसी से हैंडओवर लेने से पहले कार्य की गुणवत्ता को लेकर जांच की जा रही