इंदौर: नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ डॉक्टर गिरफ्तार, हिमाचल में करता था इंजेक्शन का उत्पादन

इंदौर क्राइम ब्रांच ने गुरुवार को डॉ विनय त्रिपाठी नामक व्यक्ति को अपनी गिरफ्त में लिया है, बीते पांच महीने से यह व्यक्ति हिमाचल के कांगड़ा में रेमडेसिविर का उत्पादन कर रहा था, बुधवार को विनय त्रिपाठी इंदौर में नकली इंजेक्शन की बहुत बड़ी सप्लाई भी करने वाला था

Publish: Apr 16, 2021, 03:12 AM IST

इंदौर। रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत और उसकी कालाबाजारी के बीच इंदौर क्राइम ब्रांच ने एक नकली इंजेक्शन बेचने वाले डॉक्टर को अपनी गिरफ्त में लिया है। इंदौर क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि गुरुवार को डॉक्टर शहर में नकली इंजेक्शन की सप्लाई करने वाला है, जिसके बाद इंदौर क्राइम ब्रांच ने नकली इंजेक्शन की सप्लाई करने वाले डॉक्टर को अपनी गिरफ्त में ले लिया। 

गिरफ्त में आए विनय त्रिपाठी के पास से 16 बॉक्स में 400 नकली वॉयल भी बरामद हुए हैं। पुलिस के अनुसार विनय त्रिपाठी पिछले एक साल से हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में सूरजपुर स्थित फॉर्मूलेशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी चला रहा था। 

डीआईजी मनीष कपूरिया ने मीडिया को बताया कि गुरुवार को ही इंदौर पुलिस को इस बात की सूचना मिली थी कि आज इंदौर में कोई व्यक्ति रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई करने वाला है। सूचना के आधार पर पुलिस ने विनय त्रिपाठी को धर दबोच लिया। पूछताछ करने पर पता चला कि ये सभी इंजेक्शन हिमाचल प्रदेश से लाए गए हैं। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी व्यक्ति कांगड़ा में बिना अनुमति के ही इंजेक्शन बना रहा था। दिसंबर 2020 में त्रिपाठी ने धर्मशाला के एडिशनल ड्रग कंट्रोलर से इंजेक्शन की अनुमति मांगी थी, लेकिन उसे इंजेक्शन के उत्पादन की अनुमति नहीं दी गई थी।