इंदौर: कांग्रेस MLA ने कलेक्टर को दिया ब्लैंक चेक, गरीबों के लिए 5000 रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग की 

मध्यप्रदेश के इंदौर में बेकाबू हो चुके कोरोना के मामलों के बीच कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने कहा है कि आने वाले दिनों में इंदौर लाशों का ढेर होगा

Updated: Apr 09, 2021, 05:58 AM IST

Photo Courtesy: Twitter
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इंदौर। मध्यप्रदेश में कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों ने हालात बद से बदतर कर दिए हैं। प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन की भारी किल्लत है। इंदौर में प्रतिदिन सैंकड़ों की संख्या में लोग इंजेक्शन के लिए कतार में लगे रहते हैं, बावजूद प्रशासन का कहना है कि दवा की कोई कमी नहीं है। ऐसे में कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने कलेक्टर को ब्लैंक चेक सौंपकर 5000 रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग की है। उन्होंने कहा है कि यदि समय रहते सरकार नहीं चेती तो इंदौर शहर लाशों का ढेर हो जाएगा।

"सर, आप ये ब्लैंक चेक ले लीजिए, आप जितना चाहे उतना पैसे भी इसमें भर लीजिए, मैने साइन कर दिया है, आपको पैसे मिल जाएंगे, बस मुझे 5 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन चाहिए। गरीब लोग कोरोना से मर रहे हैं, उन्हें इलाज देने वाला कोई नहीं है। ये 5000 इंजेक्शन मुझे इंदौर के गरीब और वंचित लोगों के लिए चाहिए" ये बातें कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला की है जिन्होंने गुरूवार को इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह से मुलाकात के दौरान ब्लैंक चेक देते हुए कही।

संजय शुक्ला ने इस बारे में मीडिया से बात करते हुए कहा, 'इंदौर शहर की हालत बदतर हो चुकी है। हम दवा मार्केट में गए और क़्वालिटी ड्रग हाउस में पता किया तो उन्होंने बताया कि हमें मात्र 500 इंजेक्शन मिले थे जिसमें 400 बांटे जा चुके हैं। शुक्ला ने पूछा कि आखिर ये इंजेक्शन कहां जा रहे हैं जबकि बाहर हजारों की संख्या में लोग अब भी खड़े हैं।' शुक्ला ने राज्य सरकार और इंदौर प्रशासन को चेताते हुए कहा कि यदि परिस्थितियां ऐसी ही बनी रही तो इंदौर शहर लाशों का ढेर हो जाएगा।

दरअसल, महामारी से बिगड़ते हालात को देखते हुए कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल कल इंदौर कलेक्टर से मिलने पहुंचा था। इस दौरान विधायक शुक्ला के अलावा जीतु पटवारी, सज्जन सिंह वर्मा सहित कई अन्य नेता मौजूद थे। इस दौरान जीतू पटवारी ने कहा कि इंदौर शहर को कोरोना की यातनाओं को भोगना पड़ रहा है। ऑक्सीजन की समस्या आने वाले समय में भयावह स्थिति पैदा कर सकती है। इसलिए उसकी उपलब्धता को कैसे बढ़ाया जाया, इस दिशा में काम करना होगा। साथ ही दवाई को लेकर लंबी लाइन जो लग रही है, वह खत्म होना चाहिए।