इंदौर: सूदखोरों से परेशान महिला ने खाया जहर, हालत गंभीर
इंदौर के द्वारकापुरी इलाके में सूदखोरों की प्रताड़ना से तंग आकर एक महिला ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया।
इंदौर के द्वारकापुरी इलाके में सूदखोरों की प्रताड़ना से तंग आकर एक महिला ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। महिला को गंभीर हालत में बुधवार रात उसका बेटा निजी अस्पताल लेकर पहुंचा। घटना के बाद पुलिस भी सक्रिय हो गई और मामले की जांच में जुट गई है।
द्वारकापुरी पुलिस के मुताबिक, अहिरखेड़ी निवासी सुनंदा पाटिल ने सूदखोरों से परेशान होकर यह कदम उठाया। सुनंदा के बेटे विवेक ने बताया कि उन्होंने तीन महीने पहले छावनी क्षेत्र के निवासी निलेश सिलावट से 3 लाख रुपये 5 प्रतिशत मासिक ब्याज पर उधार लिए थे। पहले महीने ब्याज का भुगतान किया गया, लेकिन अगले ही महीने निलेश ने ब्याज की दर बढ़ाकर 15 प्रतिशत कर दी। जब तीसरे महीने ब्याज नहीं चुकाया जा सका, तो निलेश ने घर आकर विवाद किया। विवेक ने किसी तरह 1 लाख रुपये जुटाकर उसे दिए, लेकिन इसके बावजूद निलेश ने उन्हें परेशान करना बंद नहीं किया।
निलेश ने विवेक के नाम पर एसी, वाटर प्यूरीफायर और 80 हजार रुपये का मोबाइल फाइनेंस करवा लिया और इनकी किस्तें भरने का दबाव बनाने लगा। इसके साथ ही, उसने बकाया रकम पर अलग से भारी ब्याज और पेनल्टी की मांग की। करीब 25 दिन पहले ब्याज को लेकर विवेक और निलेश के बीच कहासुनी हुई, जिसके बाद निलेश अपने साथियों के साथ घर आया और विवेक को जबरदस्ती अपने साथ ले गया। निलेश ने विवेक को कोर्ट ले जाकर सुनंदा पर दबाव डालते हुए मकान अपने नाम करवा लिया।
सुनंदा के परिवार पर दबाव केवल निलेश तक सीमित नहीं रहा। बालदा कॉलोनी में रहने वाली रेखा नामक एक महिला भी सुनंदा के घर आकर उन्हें धमकाने लगी। बुधवार को निलेश ने लगातार सुनंदा को फोन कर परेशान किया और ब्याज के ऊपर भारी पेनल्टी की मांग की। उसने कुछ लोगों को सुनंदा के घर भेजा और उनके बेटे विवेक को फिर से उठाने की धमकी दी।
सुनंदा ने इस तनाव और धमकियों से तंग आकर जहरीला पदार्थ खा लिया। जब विवेक रात को घर लौटा, तो उसने अपनी मां को बेसुध हालत में पाया। पास में जहर का पैकेट पड़ा हुआ था। विवेक ने तुरंत अपनी मां को अस्पताल पहुंचाया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। एएसआई भंवर सिंह ने रात में ही अस्पताल जाकर सुनंदा का बयान दर्ज किया। पुलिस आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कह रही है। इस घटना ने इलाके में सूदखोरों के आतंक और उनके द्वारा की जाने वाली प्रताड़ना को उजागर कर दिया है।