100 करोड़ की लागत से बन रहा इंदौर का पहला वातानुकूलित बस स्टैंड, नए साल में होगा शुभारंभ

इंदौर के कुमेड़ी क्षेत्र में बन रहे इंटर स्टेट बस टर्मिनल (आईएसबीटी) का संचालन जनवरी 2024 से शुरू होने जा रहा है।

Updated: Dec 25, 2024, 04:00 PM IST

इंदौर| कुमेड़ी क्षेत्र में बन रहे इंटर स्टेट बस टर्मिनल (आईएसबीटी) का संचालन जनवरी 2024 से शुरू होने जा रहा है। यह बस स्टैंड शहर का पहला पूरी तरह से वातानुकूलित टर्मिनल होगा, जहां से गुजरात, राजस्थान, दिल्ली और अन्य राज्यों की ओर जाने वाली 186 बसों का संचालन होगा। 15 एकड़ क्षेत्र में फैला यह टर्मिनल अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है और इसे यात्रियों एवं ट्रैवल संचालकों की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।

यह बस टर्मिनल प्रतिदिन 1440 बसों का संचालन करने की क्षमता रखता है, जिससे रोजाना करीब 60 हजार यात्री लाभान्वित होंगे। यात्रियों के आराम के लिए यहां 500 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, 14 टिकट काउंटर, 43 प्लेटफॉर्म, रेस्टोरेंट, एटीएम, और 32 दुकानों की सुविधा भी उपलब्ध होगी। ट्रैवल एजेंसियों के लिए 32 कार्यालय, ड्राइवर और कंडक्टरों के लिए अलग रेस्ट रूम, पीने के पानी और स्वच्छ शौचालय की व्यवस्था इसे खास बनाती है।

यह टर्मिनल इंदौर को उज्जैन सिंहस्थ 2028 के लिए भी एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा। यहां से प्रदेश और अन्य राज्यों से उज्जैन जाने वाले श्रद्धालुओं को सीधी बसें उपलब्ध होंगी। इसके अलावा, यह टर्मिनल मेट्रो और रेलवे स्टेशन से भी जुड़ा होगा, जिससे यात्रियों को परिवहन के अन्य साधनों तक पहुंचने में आसानी होगी। एमआर-4 सड़क के निर्माण के बाद रेलवे स्टेशन और बस टर्मिनल के बीच सीधी कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जाएगी।

कुमेड़ी आईएसबीटी की शुरुआत के साथ ही इंदौर का यातायात और अधिक सुगम हो जाएगा। यह बस स्टैंड शहर के ट्रैफिक को नियंत्रित करने और यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने में एक मील का पत्थर साबित होगा। इसके साथ ही, शहर का 6.5 किमी लंबा ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर भी तैयार हो रहा है, जो सरवटे बस स्टैंड, कुमेड़ी आईएसबीटी और तीन रेलवे स्टेशनों को जोड़ते हुए शहर के यातायात को सुचारू बनाएगा।

हालांकि, इंदौर के नायता मुंडला बस स्टैंड को लेकर सामने आई समस्याओं से सबक लेते हुए प्रशासन ने कुमेड़ी आईएसबीटी के संचालन की सभी तैयारियों को पुख्ता किया है। नायता मुंडला में अधूरी एप्रोच रोड और यात्री सुविधाओं की कमी के कारण बस संचालन में दिक्कतें आई थीं। लेकिन कुमेड़ी में ऐसी किसी समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए प्रशासन ने बस संचालकों और संबंधित विभागों के साथ बैठक कर सभी तैयारियों पर चर्चा की है।

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100 करोड़ की लागत से तैयार यह प्रोजेक्ट इंदौर के सार्वजनिक परिवहन को बेहतर बनाने वाला कदम है। यात्री न केवल आधुनिक और आरामदायक सुविधाओं का अनुभव करेंगे, बल्कि उन्हें इंटर स्टेट और इंटरसिटी यात्रा के लिए बेहतर विकल्प भी मिलेंगे। यह बस टर्मिनल इंदौर को देश के अन्य प्रमुख शहरों से जोड़ने और यात्रियों को उच्चस्तरीय परिवहन सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।